Sunday, April 20, 2025

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Tamil Nadu :लखनऊ से रामेश्वरम जा रही ट्रेन में भीषण आग,10 तीर्थयात्रियों की मौत,ज‍िस कोच में लगी आग वो यूपी के सीतापुर से हुआ था बुक

Fierce fire in Lucknow-Rameshwaram train, 10 pilgrims died, burned coach was booked at Sitapur in UP

Fierce fire in Lucknow-Rameshwaram train, 10 pilgrims died, burned coach was booked at Sitapur in UP (  )के मदुरै( Madurai )  रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लग गई। शनिवार तड़के हुए हादसे में यूपी के 10 तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग झुलस गए।  बता दें क‍ि यह पार्टी कोच  (  के  ( ) जिले से बुक क‍िया गया था। कोच में करीब 67 लोग सवार थे। वहीं कुछ सीटें खाली भी थीं। हादसे के वक्त कोच यार्ड में खड़ा था। यह कोच 17 अगस्त को लखनऊ जंक्शन से रवाना हुआ था। कोच को रविवार को चेन्नई से लखनऊ लौटना था।

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस में आज सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर मदुरै यार्ड में निजी कोच में आग लगने की सूचना मिली। अग्निशमन सेवाओं ने पहुंचकर आग पर काबू पा लिया है और अन्य डिब्बों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

मदुरै ( Madurai )कलेक्टर एमएस संगीता ने बताया कि कोच में सभी यूपी के तीर्थयात्री थे। इस कोच को मदुरै में दो दिन तक रुकना था। यात्रियों ने आज सुबह कॉफी बनाने के लिए स्टोव जलाया तो सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया।

Fierce fire in Lucknow-Rameshwaram train at Madurai, 10 pilgrims died, burned coach was booked at Sitapur in UPरेलवे के मुताबिक, हादसा मदुरै ( Madurai )यार्ड पर खड़े कोच में सुबह 5.15 मिनट पर हुआ। 5 बजकर 45 मिनट पर फायर टीम पहुंची और 7 बजकर 15 मिनट पर आग बुझा ली गई। ये प्राइवेट कोच शुक्रवार को नागरकोल जंक्शन पर पुनालूर-मदुरै एक्सप्रेस (16730) में जोड़ा गया था। ट्रेन सुबह 3 बजकर 47 मिनट पर मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंची थी। वहां इस कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया।

कोच में आग लगने का मुख्य कारण सिलेंडर रहा, जिसे अवैध तरीके से ले जाया जा रहा था। रेलवे के अनुसार,  आईआरसीटीसी से कोई भी कोच की बुकिंग कर सकता है, लेकिन सिलेंडर ले जाने पर रोक है। इसके बावजूद सिलेंडर लेकर कोई यात्री सवार हुआ।

हादसे से जुड़े दो वीडियो सामने आए हैं, जिसमें एक महिला और कई यात्री बचाओ-बचाओ चीख-चिल्ला रहे हैं। थोड़ी देर बाद ये आवाज शांत हो जाती है। फायर एक्सटिंग्विशर और पानी की बौछारें रेलवे कर्मी डाल रहे हैं, लेकिन, उसका असर आग पर नहीं हो रहा।

आग की लपटें बढ़ती देख रेलवे ने फौरन अलग-बगल की बोगियों को अलग किया, जिससे कि आग दूसरी बोगियों में न फैल सके। आग से एक बोगी पूरी तरह जल चुकी है। मृतकों के परिवार को रेलवे ने 10 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया।

जहां से टिकट बुक हुए थे, उस ट्रैवल एजेंसी के कर्मचारी अंकुर ने बताया कि 17 अगस्त को सीतापुर से रामेश्वरम के लिए टूर गया था। कुल 63 यात्री थे। 30 अगस्त को वापसी थी। हादसे में सीतापुर के आदर्श नगर निवासी एक महिला मिथलेश चौहान और पुरुष शत्रुदमन सिंह तोमर की भी मौत हुई है।

दक्षिण रेलवे के अधिकारियों ने बताया ‘‘डिब्बे में सवार यात्रियों ने 17 अगस्त को लखनऊ से यात्रा शुरू की थी। उनका कल (27 अगस्त को) चेन्नई जाने का कार्यक्रम था। चेन्नई से वे लखनऊ लौटने वाले थे।’’ उन्होंने बताया कि जब डिब्बा खड़ा था, तब कुछ यात्री चाय/नाश्ता बनाने के लिए अवैध रूप से लाए गए रसोई गैस सिलेंडर का इस्तेमाल कर रहे थे, जिसके कारण डिब्बे में लग गई। इसकी भनक लगने पर अधिकांश यात्री बाहर निकल गए। कुछ यात्री डिब्बे को अलग किए जाने से पहले ही प्लेटफार्म पर उतर गए थे।

Jaba Upadhyay

Jaba Upadhyay is a senior journalist with experience of over 15 years. She has worked with Rajasthan Patrika Jaipur and currently works with The Pioneer, Hindi.