मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के उमरिया(Umaria )जिले की आबकारी अधिकारी( Excise officer) 1.20 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ी गई है। रीवा लोकायुक्त पुलिस की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। महिला अधिकारी ने रिश्वत के रुपए ऊपर तक पहुंचाने का हवाला दिया था।
लोकायुक्त रीवा ने जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को 1 लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते ट्रैप किया है। टीम 10 सदस्य शामिल हैं। पकड़ी गईं जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की
गयी है।
मानपुर के शराब ठेकेदार ऋषि सिंह के कर्मचारी नीपेंद्र सिंह ने लोकायुक्त से मामले की शिकायत की थी। नीपेंद्र ने कहा था कि आबकारी अधिकारी ( Excise officer) रिनी गुप्ता दुकान का लाइसेंस देने के बदले में हर महीने 30 हजार रुपए की मांग कर रही हैं। शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप तैयार किया।
तय सौदे के मुताबिक, मंगलवार को ऋषि सिंह अप्रैल से अगस्त तक चार माह की किश्त के 1 लाख 20 हजार रुपए लेकरआबकारी अधिकारी( Excise officer) के पास पहुंचा। जैसे ही रिनी गुप्ता ने रुपए लिए, लोकायुक्त ने टीम ने छापा मार दिया।

लोकायुक्त अधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि विंध्या समूह के शराब ठेकेदार ऋषि सिंह को आबकारी अधिकारी गुप्ता बीते कई महीने से परेशान कर रही थी। वीआईपी ड्यूटी के नाम से पैसे मांगे जा रहे थे। आबकारी अधिकारी( Excise officer) ऊपर से नीचे तक रुपए देने की बात कह रही थी।
नीपेंद्र सिंह ने कहा, ‘रिनी गुप्ता ने 23 अगस्त को हमारी दुकान से ड्यूटी पेड 14 पेटी माल जब्त कर लिया था। इसे अवैध बताकर केस बनाने की धमकी दे रही थीं। उन्होंने कहा था कि ऊपर से नीचे तक सिस्टम बनाना पड़ता है। राजनैतिक कार्यक्रमों में पैसे लगते हैं इसलिए रुपए देना जरूरी है।’
बताया गया है कि जैसे ही लोकायुक्त की टीम रीनी गुप्ता को रंगे हाथों पकड़ी, रीनी रोने और गिड़गिड़ाने लगी। और कहने लगी कि यह मेरी पहली गलती है, माफ कर दीजिए। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी अफसर को फारेस्ट रेस्ट हाउस ले जाकर कार्रवाई कर रही है।