Monday, April 21, 2025

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उदयनिधि स्टालिन, प्रियांक खड़गे के बाद अब ए राजा कुष्ठ रोग और एड्स से तुलना कर सनातन धर्म को अपमानित करने की प्रतिस्पर्धा में शामिल हो गए

 Sanatana Dharma

 (  ) के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के बाद अब सनातन धर्म( Sanatana Dharma ) को अपमानित करने की प्रतिस्पर्धा सी शुरू हो गयी है। एक बाद एक नेता सनातन धर्म पर हमला कर नफरती भाषण दे रहे हैं और धर्म को अपमानित करने वालों का समर्थन कर रहे है। अब  डीएमके के एक और नेता ने सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के उप महासचिव और लोकसभा सदस्य ए. राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग और एचआईवी जैसी बीमारियों से की है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने स्टालिन का समर्थन किया तो डीएमके नेता ए राजा स्टालिन से एक कदम आगे निकल गए। उन्होंने सनातन ( Sanatana Dharma )की तुलना एड्स और कुष्ठ रोग से कर डाली। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर #ArrestARaja ट्रेंड करने लगा है।

यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे राजा ने कहा कि तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी काफी मामूली थी और उन्होंने केवल यह कहा था कि सनातन धर्म को डेंगू और मलेरिया की तरह खत्म किया जाना चाहिए, जिसमें कोई सामाजिक कलंक नहीं है।

उन्होंने बुधवार को कहा, ‘‘यदि सनातन धर्म ( Sanatana Dharma )पर घृणित शब्दों में टिप्पणी की जाये; एक समय कुष्ठ रोग और एचआईवी को कलंक माना जाता था और जहां तक हमारा सवाल है, इसे (सनातन) एचआईवी और कुष्ठ रोग की तरह माना जाना चाहिए जिस पर सामाजिक कलंक था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उदयनिधि की टिप्पणी मामूली थी और यदि आप मुझसे पूछेंगे तो मैं कड़ी टिप्पणी करूंगा।’’ राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सनातन धर्म का पालन करने की वकालत करते हैं और यदि उन्होंने इसका पालन किया होता, तो उन्होंने इतने सारे विदेशी देशों का दौरा नहीं किया होता।

राजा ने कहा, ‘‘एक अच्छे हिंदू को समुद्र पार करके दूसरे देश में नहीं जाना चाहिए। आपका (मोदी) काम जगह-जगह जाना है।’’ उन्होंने कहा कि मोदी ने सनातन धर्म के सिद्धांतों का उल्लंघन किया और विदेशों का दौरा किया और अब वह इसकी रक्षा करने का दावा कर रहे हैं जो एक धोखा है।

द्रमुक के वरिष्ठ नेता ने मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली में शंकराचार्यों की उपस्थिति में वर्णाश्रम और सनातन धर्म पर बहस करने की अपनी चुनौती दोहराई उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं से राष्ट्रीय राजधानी में बहस की तारीख तय करने को कहा और कहा कि वह इसमें भाग लेंगे।

उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद न सिर्फ दक्षिण भारत बल्कि पूरे देश में विरोध हुआ। लेकिन INDIA गठबंधन में सहयोगी पार्टी कांग्रेस और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे समर्थन में उतर आए। उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है, यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपके पास मानव होने की गरिमा है तो वह धर्म नहीं है। कोई भी धर्म जो इंसानों के साथ इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी के सामान है।
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोझ झा संसद में सरकार को अक्सर घेरते दिखते हैं। उन्होंने सनातन धर्म ( Sanatana Dharma )के मुद्दे पर उदयनिधि स्टालिन के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कभी-कभी हमें लोगों के प्रतीक मुहावरों के भीतर जाकर सोचना होगा। कई लोगों के सनातन में कई सारी विकृतियां हैं। क्या जाति व्यवस्था अच्छी चीज है। कबीर दास ने भी अपने दोहे से आइना दिखाया है। क्या आप उन्हें फांसी पर चढ़ा देंगे।
कर्नाटक सरकार के गृह मंत्री केजी परमेश्वर ने हिंदू धर्म की उत्पत्ति पर प्रश्न चिन्ह उठा दिया। वे मंगलवार को एक शिक्षक दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोई नहीं जनता है कि हिंदू धर्म कब जन्मा और इसे किसने पैदा किया। इस्लाम और इसाई धर्म बाहर से आए। बौद्ध धर्म यहीं पैदा हुआ। इन सभी धर्मों का सार मानवता के लिए अच्छा है।
भाजपा ने इसे लेकर आरोप लगाया है कि हिंदुओं को अपमानित करना विपक्षी गठबंधन का असली चरित्र है, जो सोचते हैं कि चुनाव जीतने का एकमात्र तरीका यही है।

भाजपा आईटी सेलके हेड अमित मालवीय ने ए राजा के बयान पर हमला बोलते हुए एक्स कर कहा, “उदयनिधि स्टालिन के बाद, अब डीएमके के ए राजा सनातन धर्म को बदनाम करते हैं। यह और कुछ नहीं बल्कि शुद्ध घृणास्पद भाषण है, जो भारत की 80 प्रतिशत आबादी को निशाना बनाता है, जो सनातन धर्म का पालन करते हैं।”

मालवीय ने विपक्षी इंडिया गठबंधन को इंडी गठबंधन कहकर संबोधित करते हुए आगे कहा कि, “यह कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन का असली चरित्र है, जो सोचते हैं कि हिंदुओं को अपमानित करना ही चुनाव जीतने का एकमात्र तरीका है। क्या मुंबई मीटिंग में ये तय हुआ था?”

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels