केन्द्रीय जांच ब्यूरो ( सीबीआई ) ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम ( Visakhapatnam ) में तैनात विदेश व्यापार के संयुक्त महानिदेशक बीएन रमेश (BN Ramesh)और निजी कंपनी के एमडी सहित 3 को रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। एन. रमेश ने विदेश व्यापार निदेशालय में लंबित फाइलों के निस्तारण के लिए चार लाख रुपये की रिश्वत ली थी। सभी आरोपितों को बुधवार को विशाखापत्तनम की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को 18.09.2023 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सीबीआई के अनुसार बीएन रमेश (B N Ramesh)के अतिरक्त अन्य दो गिरफ्तार लोगों में क्षेत्रीय प्राधिकरण विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के अनुभाग प्रमुख श्रीभाष्यम वेंकट रंगनाथन और किरीटी इंडेंटिंग प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पी. सीता राम राजू शामिल हैं। सीबीआई को सूचना मिली थी कि रमेश और रंगनाथन नए आयात-निर्यात प्रमाणपत्र जारी करने, प्रमाणपत्रों के नवीनीकरण और अन्य लाइसेंस जारी करने के लिए सलाहकारों के माध्यम से रिश्वत लेते हैं।
सीबीआई यह जानकारी मिलने के बाद हरकत में आई थी कि रमेश और रंगनाथन कथित तौर पर डीजीएफटी सलाहकारों और नाली के माध्यम से नए आयात और निर्यात प्रमाणपत्र, नवीनीकरण और अन्य संबंधित लाइसेंस जारी करने के लिए भारी रिश्वत की मांग कर रहे थे और इकट्ठा कर रहे थे।
सीबीआई को जानकारी मिली थी कि बीएन रमेश (B N Ramesh)और रंगनाथन कथित तौर पर डीजीएफटी सलाहकारों के माध्यम से नए आयात और निर्यात प्रमाणपत्र, नवीनीकरण और अन्य संबंधित लाइसेंस जारी करने के लिए भारी रिश्वत की मांग कर रहे थे और इकट्ठा कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि आरोप है कि रमेश ने चार लाख रुपये लिए थे जबकि रंगनाथन को राजू से 50,000 रुपये रिश्वत के तौर पर मिले थे।
विशाखापत्तनम,हैदराबादऔरबेंगलुरु सहित आरोपियों के परिसरों में तलाशी ली गई, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। सभी आरोपियों को बुधवार को विशाखापत्तनम की एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

सीबीआई ने अपनी एफआईआर में कहा कि डीजीएफटी भारत में विभिन्न फर्मों को विभिन्न लाइसेंस- आयात-निर्यात प्रमाणपत्र, पूंजीगत वस्तुओं का निर्यात प्रोत्साहन, और निर्यात दायित्व निर्वहन प्रमाणपत्र सहित अन्य लाइसेंस भी जारी करता है।
सीबीआई ने निगरानी रखना शुरू कर दिया और यह जानकारी मिली कि किरीटी इंडेंटिंग के प्रबंध निदेशक राजू ने रंगनाथन को बताया था कि पट्टाभि एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित 18 फाइलें मंजूरी दे दी गई थीं और सात और फाइलें विशाखापत्तनम में जेडीजीएफटी कार्यालय में लंबित हैं।
CBI Arrests two officers of DGFT including Joint Director of Foreign Trade of DGFT and MD of private company in a bribery case
Name of arrested accused:-
i) B. N. Ramesh, Joint Director General of Foreign Trade, Visakhapatnam;
ii) Sreebhashyam Venkata Ranganathan, Section… pic.twitter.com/C7enPclgom
— DD News (@DDNewslive) September 6, 2023