राजस्थान की राजधानी जयपुर ( Jaipur ) में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों में रात 12 बजे धूमधाम के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव हुआ।जयपुर के आराध्यदेव गोविंददेव जी मंदिर में 31 तोपों की सलामी दी गई। यहां कृष्ण जन्मोत्सव में पूर्व राज परिवार से दिया कुमारी, पद्मनाभ भी शामिल हुए। शहर के अलग-अलग मंदिरों में झांकियां सजाई गईं। चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में दिन में 12 बजे ही जन्मोत्सव मनाया गया। अक्षरधाम मंदिर को श्री कृष्ण की बाल लीलाओं से सजाया गया है।
शुक्रवार को नंदोत्सव मनाया जा रहा है। जयपुर ( Jaipur ) में ठाकुरजी नगर भ्रमण को निकलेंगे। श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के अवसर पर शाम 4.30 बजे से लेकर शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा।
इससे पहले गोविंददेवजी में सुबह 4.30 बजे भगवान का विशेष माला शृंगार और अलंकार शृंगार किया गया। भक्तों के लिए दर्शन खोले गए। इसके बाद दिन में ठाकुर जी को पीले कपड़े धारण कराए गए। विशेष फूलों से शृंगार झांकी सजाई गई। धूप झांकी में गुलाब की माला धारण करवाई गई। शाम को संध्या आरती में बड़ी संख्या लोग गोविंददेवजी मंदिर पहुंचे।
गोविंददेव जी के मंदिर (जयपुर) पूर्व राज परिवार से दीया कुमारी, पद्मनाभ और राजमाता भी पूजा-अर्चना में शामिल हुईं। मंत्री महेश जोशी, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी, महापौर सौम्या गुर्जर मुनेश गुर्जर सहित तमाम जनप्रतिनिधियों ने भी आराध्यदेव का आशीर्वाद लिया।
12 बजे 31 तोपों की सलामी के बाद दर्शन पट्ट खुले। शालीग्राम पूजन और उसके साथ ही ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक किया गया। भगवान का 425 लीटर दूध, 365 लीटर दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा, 11 किलो शहद से जन्माभिषेक किया गया। इस दौरान 6 पंडित वेद पाठ किया।
जयपुर ( Jaipur ) में जगतपुरा के हरे कृष्ण मार्ग स्थित श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण उत्सव धूमधाम से मनाया गया। सुबह मंगला आरती से उत्सव शुरू हुआ। रात 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्म के साथ होने वाली महाआरती के साथ संपन्न हुआ। इससे पहले 108 कलशों के नारियल पानी और पंचामृत से महा अभिषेक किया गया। हरे कृष्ण महामंत्र संकीर्तन के साथ नृत्य करते झूमते लाखों भक्त के सामने ‘नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की’ गगनभेदी जयघोष के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।
वैशाली नगर स्थित अक्षरधाम मंदिर में भगवान स्वामी नारायण का पंचामृत अभिषेक कर मंगला आरती की गई। भगवान के मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष साज-सज्जा की गई। इसमें मंदिर में मोरपंख की विशेष शृंगार झांकी सजाई गई। ठाकुर जी का पूरे दिन पंचामृत अभिषेक किया गया। भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न लीलाओं पर आधारित 3D झांकियों के दर्शन सुबह से ही भक्तों के लिए खोला गया।