पाकिस्तान ( Pakistan ) में शुक्रवार को 2 जगहों पर 2 ब्लास्ट हुए। पहला धमाका बलूचिस्तान के मस्तुंग शहर में एक मस्जिद के पास हुआ। ये आत्मघाती हमला था। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इसमें एक डीएसपी समेत 55 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग घायल हुए हैं। हमले के वक्त लोग ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के लिए इकट्ठा हो रहे थे।
एक आत्मघाती हमलावर ने डीएसपी अली नवाज़ गश्कुरी की कार में खुद को टक्कर मार दी। एक पुलिस अधिकारी सहित कम से कम 55 लोग मारे गए और 50 से अधिक घायल हो गए।धमाके के बाद सामने आईं तस्वीरों और वीडियो में खून से लथपथ शव नजर आ रहे हैं।
पाकिस्तान ( Pakistan ) में दूसरा धमाका खैबर पख्तूनख्वा प्रांत ( Khyber Pakhtunkwa province ) के हंगू शहर की मस्जिद में हुआ। ये भी फिदायीन हमला था। पाकिस्तानी मीडिया न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, यहां एक पुलिस अफसर समेत 4 लोगों की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मस्जिद में नमाज पढ़ी जा रही थी तभी धमाका हुआ। इसके बाद मस्जिद की छत गिर गई। यहां 30-40 लोग मलबे में दबे हुए हैं। 12 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।
स्थानीय डॉन अखबार की एक रिपोर्ट में हंगू जिला पुलिस अधिकारी निसार अहमद के हवाले से कहा गया, “विस्फोट के प्रभाव के कारण मस्जिद की छत ढह गई।”

हंगू जिला पुलिस अधिकारी निसार अहमद ने बताया कि पहला विस्फोट पुलिस थाने के प्रवेश द्वार पर हुआ, जिसके बाद काफी लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। इसके कुछ ही मिनट बाद पुलिस स्टेशन के परिसर में स्थित एक मस्जिद के अंदर एक और विस्फोट हुआ।
आज पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के मस्तुंग जिले में अल फलाह रोड पर मदीना मस्जिद के पास भी एक आत्मघाती विस्फोट हुआ। इस हमले में लगभग 55 लोगों के मारे जाने और 50 से अधिक लोगों के घायल होने के जानकारी मिली है। इस घटना के कुछ घंटे बाद ही खैबर पख्तूनख्वा से दूसरी हमले की खबर सामने आई है।
पाकिस्तान( Pakistan ) के केयरटेकर प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकड़ ने भी मस्जिद के पास हुए हमले की निंदा की है। काकड़ ने मरने वालों के परिजन के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को घायलों को हरसंभव मदद पहुंचाने का आदेश दिया है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने दुख जताया है।
बलूचिस्तान के कार्यवाहक सूचना मंत्री जन अचकजई ने कहा- हमारे दुश्मन विदेशी ताकतों की मदद से बलूचिस्तान में धार्मिक जगहों को निशाना बनाकर शांति भंग करना चाहते हैं। इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। बलूचिस्तान में सरकार के मंत्रियों और दूसरे कई नेताओं ने हमले की निंदा की है।
दरअसल, बलूचिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) की हुकूमत चलती है। यह संगठन पाकिस्तान से आजादी की मांग कर रहा है। बलूचिस्तान के नागरिक 1947-1948 से ही खुद को पाकिस्तान का हिस्सा नहीं मानते। इसके बावजूद ये प्रांत किसी तरह पाकिस्तान के नक्शे पर मौजूद रहा। इन्हें दोयम दर्जे का नागरिक माना जाता रहा। पंजाब, सिंध या खैबर पख्तूनख्वा की तरह उन्हें कभी अपने जायज हक भी नहीं मिले। वक्त गुजरता रहा और इसके साथ ही इनका गुस्सा भी बढ़ता गया।
جشن میلاد النبیﷺ کے جلوس کے قریب خودکش بمبار نے خود کو ڈی ایس پی علی نواز گشکوری کی گاڑی سے ٹکرا دیا
پولیس افسر سمیت کم از کم 52 افراد جاں بحق اور 50 سے زائد زخمی ہوگئے۔
دھماکے کے بعد سامنے آنے والی تصاویر اور ویڈیوز میں خون میں لت پت لاشیں دیکھی گئیں۔
نگران وفاقی وزیر داخلہ… pic.twitter.com/6JnjV2TDqr
— DawnNews (@Dawn_News) September 29, 2023