उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के देवरिया ( Deoria ) जिले में दिल दहलाने वाली वारदात हुई है। यहां जमीनी विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के शक में एक ही ब्राह्मण परिवार एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। ब्राह्मण परिवार में पति-पत्नी, दो बेटियों और बेटे का गला काटा गया, गोली मारी गई, ईंट से सिर कूंच दिए। हमलावर इतने बेरहम हो चुके थे कि उन्होंने 8 साल के बच्चे तक को नहीं छोड़ा। उस बच्चे पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए।
हालांकि, उसकी सांसें चलती रहीं, उसे गंभीर हालत में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया है। जिस घर में यह वारदात हुई वहां नरसंहार जैसे हालात दिखाई दिए। हर तरफ खून ही खून और लाशें नजर आ रही थीं। घटना सोमवार सुबह रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव की है। इस जघन्य हत्याकांड को पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की हत्या के बाद अंजाम दिया गया।
पूरा मामला दो परिवार प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे से जुड़ा हुआ है। दो जातियों का होने के चलते गांव और आसपास जबरदस्त तनाव है। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सीएम योगी ने लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा है।
दोनों अफसर देवरिया ( Deoria ) जिले में मौके पर पहुंच गए हैं। संजय प्रसाद ने कहा है कि इस मामले में अफसरों की लापरवाही की जांच की जा रही है। किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा।
दरअसल, हुआ यूं कि सोमवार सुबह 6 बजे प्रेम यादव का शव गली में पड़ा मिला। उनकी गला काटकर हत्या की गई थी। हत्या किसने की यह स्पष्ट नहीं था। लेकिन, यादव परिवार का शक सत्य प्रकाश दुबे पर गया। इसकी वजह थी कि प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। प्रेम यादव सुबह इसी विवाद के चलते सत्य प्रकाश के घर गए हुए थे। उसके बाद सत्य प्रकाश दुबे के घर से करीब 20 मीटर दूर प्रेम यादव का शव पड़ा मिला।
प्रेम यादव की लाश मिलने के बाद उनके परिजन-रिश्तेदार आग-बबूला हो गए। 20-25 की संख्या में यादव कुनबे के लोग हाथ में लाठी-बंदूक और गड़ासा लेकर सत्य प्रकाश के घर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गुस्साई भीड़ को आता देखकर सत्य प्रकाश ने घर का दरवाजा बंद कर लिया।
बदले की आग में गुस्साए परिजन दरवाजा तोड़कर सत्य प्रकाश के घर में घुस गए। इसके बाद जो सामने आता गया उस पर वार शुरू कर दिए। हमलावर एक-एक की हत्या करते जा रहे थे। सत्य प्रकाश के घर पर जब हमला हुआ उस वक्त 6 लोग थे। हमलावरों ने पूरे परिवार को मार दिया। सिर्फ 8 साल का बच्चा अनमोल जिंदा बचा है। उसकी हालत गंभीर है।
ग्रामीणों के मुताबिक, हमलावर वहशी हो चुके थे। उन्होंने बच्चों, महिला और बच्चियों तक को नहीं बख्शा। सबसे पहले सत्य प्रकाश दुबे ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उनको गोली मारी। फिर उन पर गड़ासे से वार किए। सत्य प्रकाश को बचाने आई उनकी पत्नी किरण पर भी हमलावर टूट पड़े। उसका गला काट दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
इसके बाद हमलावरों ने सत्य प्रकाश की बेटी सलोनी (18) को गोली मारी और चाकू से वार किए। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद 10 साल की बेटी नंदनी और 15 साल के बेटे गांधी को भी मार डाला। सबसे आखिर में 8 साल के बेटे अनमोल पर हमला किया। उस पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए। हालांकि, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसकी सांसें चल रही थीं। उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
देवरिया ( Deoria ) जघन्य हत्याकांड की सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। 6 लोगों की हत्या की खबर सुनकर पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। तब तक ज्यादातर हमलावर मौके से भाग गए थे। सत्य प्रकाश दुबे का पूरा घर खून से सना हुआ था। लाशें इधर-उधर बिखरी हुईं थीं। पूरे घर में चारों तरफ खून ही खून दिखाई पड़ा रहा था, ऐसा लग रहा था मानो नरसंहार किया गया है। पुलिस ने सभी को चेक किया तो सिर्फ अनमोल की सांस चल रही थी।
ग्रामीणों ने बताया कि हमलावर इतने अक्रामक थे कि किसी की सत्य प्रकाश के परिवार को बचाने की हिम्मत नहीं हुई। हमलावर लगातार फायरिंग कर रहे थे और धारदार हथियारों के साथ लगातार लोगों को धमका रहे थे। हालात यह थे कि घर के बाहर भीड़ तो थी, लेकिन कोई बचाने आगे नहीं आया। बताया जा रहा है कि 20-25 मिनट के अंदर ही इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इसके बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर फीार हो गए। पुलिस ने दो हमलावर को गिरफ्तार भी किया है।
इस पूरे मामले में देवरिया ( Deoria ) पुलिस का कहना है कि वारदात सुबह हुई है। प्रेम यादव सत्यप्रकाश दुबे के घर पर गए थे, जिसमें कहासुनी और मारपीट हो गई। इसमें सत्य प्रकाश के परिवार ने प्रेम यादव की हत्या कर दी। कुछ देर बाद प्रेम यादव के लोगों ने सत्यप्रकाश दुबे के घर पर हमला कर इतनी जघन्य घटना को अंजाम दिया।
हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि अगर सत्य प्रकाश ने वारदात को अंजाम दिया होता तो परिवार के साथ घर में क्यों रहता? वह पूरे परिवार समेत घर छोड़कर कहीं भी जा सकता था। इसलिए, प्रेम यादव की हत्या किसने की इस पर अभी भी सवाल बना हुआ है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों परिवार के बीच यह विवाद 7 साल से चला आ रहा है। फतेहपुर गांव का रहने वाले प्रेम यादव राजनीति में सक्रिय होने के साथ जमीन खरीद फरोख्त का काम भी करता था। उन्होंने गांव में भी कई लोगों के खेत खरीदे हैं। सत्य प्रकाश दुबे का एक भाई साधु दुबे मानसिक तौर पर कमजोर है।
बताया जा रहा है कि प्रेम यादव ने साधु दुबे की जमीन अपने नाम लिखवा ली थी। इसे लेकर सत्य प्रकाश दुबे लगातार विरोध करता था। उनका कहना था कि मेरा भाई का दिमाग इस लायक नहीं है कि वह जमीन बेच सके। जिस खेत को प्रेम यादव ने लिखवाया था वह घर के पास ही था। सात साल पहले भी इसी खेत को लेकर पंचायत हो चुकी थी। तब दोनों में समझौता हो गया था। रविवार को सत्य प्रकाश दुबे उसी खेत की फसल काटने गए थे, जिसे लेकर भी विवाद हुआ था।
एक ही गांव में छह लोगों की हत्या के बाद से माहौल तनावपूर्ण है। पूरा गांव दो गुटों में बंटा है। हालात और न बिगड़े इसलिए कई थानों की फोर्स और पीएसी तैनात कर दी गई है। पूरा गांव छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस ने सबसे पहला काम तत्काल प्रभाव से गांव से शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं।
#WATCH | UP: Today at 8 am we received info about a clash between two groups, in Fatehpur village under Rudrapur PS limits of the Deoria district. One person from one of the groups was found dead by the police on the spot, and six were in an unconscious condition… All of them… pic.twitter.com/ZxZzyOUxoJ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 2, 2023