सिक्किम( Sikkim ) में 3 अक्टूबर को बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में आई भीषण बाढ़ से मरने वालों की संख्या 25 हो गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री पीएस तमांग ने बताया कि बुरदांग इलाके से लापता हुए भारतीय सेना (Indian Army ) के के 23 जवानों में से 7 के शव नदी के निचले इलाकों से बरामद कर लिए गए हैं। लापता जवानों में से एक को बचा लिया गया था। 15 जवान समेत कुल 143 लोग अभी भी लापता हैं। इन्हें ढूंढने के लिए NDRF, SDRF और वायुसेना के हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।
गुवाहाटी में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि भारतीय सेना के लापता जवानों की तलाश जारी है। सिंगताम के पास बुरडांग में घटना स्थल पर सेना के वाहनों को खोदकर निकाला जा रहा है। खोज अभियान में सहायता के लिए टीएमआर (तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू), ट्रैकर कुत्तों, विशेष रॉडार की टीमों के अलावा अतिरिक्त संसाधन लाए गए हैं।
आखिरी रिपोर्ट मिलने तक, सिंगतम, वह क्षेत्र जहां सशस्त्र बलों के प्रतिष्ठान पर त्रासदी हुई थी, और साथ ही तीस्ता नदी के निचले इलाकों में व्यापक खोज के बावजूद, 22 लापता सैनिकों में से कम से कम 15 का पता नहीं चल पाया है।

बंगाल और सिक्किम सरकारों ने अलग-अलग दोनों राज्यों के विभिन्न हिस्सों से 11 सैनिकों के शव बरामद होने की पुष्टि की है। जबकि सिक्किम सरकार के राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष की एक संचयी रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकयोंग जिले में नदी के किनारे से अब तक सात वर्दीधारी लोगों के शव निकाले गए हैं, बंगाल सरकार की ओर से गुरुवार को जारी एक अधिसूचना अभी तक अपडेट नहीं की गई है। रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी, जिसमें कहा गया था कि जलपाईगुड़ी और सिलीगुड़ी के विभिन्न इलाकों से अब तक चार जवानों के शव बरामद किए गए हैं और बाद में उनकी पहचान की गई है।
सिक्किम ( Sikkim ) के मुख्य सचिव विजय भूषण ने बताया, बाढ़ के चलते अलग-अलग इलाकों में 7 हजार लोग फंसे हुए हैं। जिनमें से 3 हजार लोग लाचेन और लाचुंग में फंसे हैं। 700-800 ड्राइवर और 3 हजार से ज्यादा बाइकर्स भी वहां अटके हुए हैं। सभी को निकालने की कोशिश जारी है।
बाढ़ के हालात देखते हुए शिक्षा विभाग ने 15 अक्टूबर तक सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं। विभाग ने पहले 8 अक्टूबर तक ही बंद करने की बात कही थी।
सिक्किम ( Sikkim ) के 4 जिलों- मंगन, गंगटोक, पाक्योंग और नामची में बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां 22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं 2 हजार से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया है। यहां 26 रिलीफ कैंप लगाए गए हैं। इन चार जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवेज लाइन और 250 से ज्यादा घर टूट गए हैं। 11 ब्रिज तबाह हो गए हैं।
सिक्किम ( Sikkim ) से लगे पश्चिम बंगाल के तीन जिले- जलपाईगुड़ी, कलिमपोन्ग और कूचबिहार में भी बाढ़ जैसे हालात हैं।पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में कथित रूप से सेना का एक मोर्टार बाढ़ के पानी के साथ बहकर आ गया। एक व्यक्ति इसे घर ले गया और उसका लोहा बेचने के लिए तोड़ने की कोशिश की। तभी शेल फट गया। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और 4 घायल हो गए।
इस बीच, जलपाईगुड़ी पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से नदी में बहने वाले किसी भी गोला-बारूद या विस्फोटक से दूर रहने के लिए कहा है। साथ ही पुलिस को इसकी सूचना देने की अपील की है।
सिक्किम सरकार ने भी इसी तरह की चेतावनी जारी की है। उसमें कहा है कि तीस्ता नदी के बेसिन में जाएं तो सावधान रहें, क्योंकि गंदे पानी के नीचे विस्फोटक और गोला-बारूद हो सकता है।