उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कानपुर देहात ( Kanpur Dehat) में स्थित रसूलाबाद कस्बे के आजाद नगर में शनिवार रात भाजपा नेता के घर पहुंची पुलिस उसे बिना कपड़ों के उठा लाई। बच्चों व परिवार के गुहार लगाने पर एक निरीक्षक ने नाबालिग के थप्पड़ जड़ दिया। घर लोगों से पुलिस ने अभद्रता की। घटना युवक के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। परिवार के लोगों ने सोशल मीडिया में वीडियो वायरल कर कार्रवाई की मांग की। वहीं मामले ने तूल पकड़ लिया तो राजनीति भी गरमा गई है।
जिला पंचायत सदस्य ऋषि सिंह गौर ने भाजपा नेता विजय मिश्रा उर्फ बउवन पर अभद्र टिप्पणी करने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस ने ऐसी तेजी दिखाई की नियम कानून भूल बैठी। वर्दी की हनक दिखाते हुए पुलिस रात में विजय मिश्रा के घर पहुंची। इसके बाद की पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई, जिसे रविवार सुबह सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। इसके बाद लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। के
वायरल वीडियों में कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) पुलिस विजय को बिना कपड़ों में पकड़ कर ले जाती दिखाई दे रही है। परिवार के लोगों ने कपड़े देने की कोशिश की। इस बीच महिलाओं और बच्चों को डपकते हुए निरीक्षक ने एक बच्ची को थप्पड़ मारते हुए नजर आ रहे हैं। इसी वीडियों में एक महिला एक पुलिस कर्मी के पैर पकड़ गुहार लगाती नजर आ रही है।
कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) की घटना की जानकारी के बाद पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कड़ी निंदा की। कहा कि रसूलाबाद निरीक्षक द्वारा इस तरह का बर्ताव लेकर आजाद अधिकारी सेना ने डीजीपी को पत्र लिख कर निरीक्षक को निलंबित करते हुए समस्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है।
कानपुर देहात ( Kanpur Dehat ) के व्यापारी वर्ग के लोगों में भी रोष दिखा। विजय मिश्रा ने बताया कि वह भाजपा में सक्रिय कार्यकर्ता हैं और व्यापार मंडल का विधान सभा प्रभारी हैं। वह व परिवार पुलिस से कपड़े पहनने के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई।
बूढ़ी मां ने कहा, ”पुलिसवाले मेरे बेटे विजय को मारने लगे। हमने जैसे ही कुछ कहा, तो ये लोग हमें धक्का देकर चले गए। हम बेटा-बेटा कर रहे थे। यही कह रहे थे कि बेटा शांति से काम लो, लेकिन वो लोग गाली देते हुए चले गए। उन्होंने जब मुझे धक्का दिया तो मेरा सिर दीवार से टकरा गया। इसके बाद हम बेहोश हो गए थे।”
SHO Rasoolabad in Kanpur Dehat raided the house of BJP worker Vijay Mishra on October 20. They apprehended Vijay and took him with them. When there was resistance, they allegedly used force, including slapping his wife and a 12-year-old child. pic.twitter.com/B5oRU9RHwC