उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आगरा ( Agra) में बहुचर्चित बैंक ऑफ इंडिया(Bank of India)के प्रबंधक सचिन उपाध्याय (Sachin Upadhyay)हत्याकांड में आरोपी ससुर कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बिजेंद्र रावत और पत्नी प्रियंका को शनिवार की शाम ताजगंज थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड के बाद से दोनों भूमिगत थे। आरोपी साले कृष्णा को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। ससुर और पत्नी की लोकेशन प्रयागराज में भी मिली थी।
आगरा में ताजगंज स्थित रामरघु एग्जॉटिका कॉलोनी के निवासी सचिन उपाध्याय बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India)की शाखा शमसाबाद के प्रबंधक थे। 17-18 अक्तूबर की रात उनकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। इसके बाद उनके आत्महत्या करने की सूचना पुलिस को दी गई। हत्या से पहले उनके शरीर को जलाने की कोशिश भी की गई थी। चिकित्सकों के पैनल पोस्टमार्टम के बाद हत्या की बात सामने आई थी।
सचिन के पिता केशवदेव ने आगरा के ताजगंज थाने में पत्नी प्रियंका रावत, ससुर बिजेंद्र रावत और साले कृष्णा रावत के खिलाफ केस दर्ज कराया था। एक अज्ञात का भी जिक्र था। ताजगंज पुलिस ने कृष्णा रावत को 20 अक्तूबर को गिरफ्तार करके जेल भेजा। इसके बाद पिता-पुत्री भूमिगत हो गए थे।
चर्चित हत्याकांड में पुलिस पर ढिलाई के आरोप व कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे थे। पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने निर्देश दिए कि पहले साक्ष्य जुटा लिए जाएं। उसके बाद गोपनीय रूप से तलाश में जुटें। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय गठित टीम की निगरानी कर रहे थे। सर्विलांस की मदद ली जा रही थी। सर्विलांस से मिली सूचना के बाद एक टीम को प्रयागराज भेजा गया।
शनिवार को पुलिस ने हत्या के मुकदमे में नामजद पत्नी और ससुर को गिरफ्तार कर लिया। दोनों से गोपनीय स्थान पर पूछताछ की जा रही है। पुलिस रविवार को हत्याकांड से जुड़े अनसुलझे सवालों के जवाब दे सकती है। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की तो की है कि दोनों हिरासत में लिए गए हैं, लेकिन हत्याकांड की वजह पुलिस ने नहीं बताई है। डीसीपी सूरज राय ने बताया कि दोनों हिरासत में हैं, पूछताछ की जा रही है।
बिजेंद्र सिंह रावत कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। पुलिस ने 20 अक्टूबर को सचिन के साले कृष्णा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। पत्नी प्रियंका हालत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती होना बताया था। इस दौरान वह अस्पताल से गायब हो गई थीं।
गिरफ्तारी से बचने को पत्नी और ससुर भूमिगत हो गए थे। पुलिस ने उनके रिश्तेदारों के यहां भी दस्तक दी थी। आरोपितों की 10 दिन से पुलिस से लुकाछिपी चल रही थी। सचिन के स्वजन पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे थे।
बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) के प्रबंधक सचिन उपाध्याय की हत्या की वारदात को पहले तो रसूखदार ससुर बिजेंद्र रावत, उनके बेटे कृष्णा और बेटी प्रियंका ने आत्महत्या दर्शाने का भरपूर प्रयास किया। पुलिस को भी आत्महत्या का मामला बताया। पुलिस की छानबीन में प्रकाश में आया कि इस दौरान हत्यारोपियों ने साक्ष्यों को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।