राजस्थान ( Rajasthan ) विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले,पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे( Vasundhara Raje ) ने राज्य के मंदिरों पूजा पाठ और अनुष्ठान देव दर्शन में शनिवार को जुटी रही जयपुर ( Jaipur ) से दौसा तक वह आज मंदिर में नज़र आयीं।
जयपुर के मोती डूंगरी स्थित गणेश मंदिर में शनिवार को पुष्य पंचामृत अभिषेक किया गया। अभिषेक में शामिल होने के लिए राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी गणेश मंदिर पहुंचीं। वसुंधरा ने मंदिर महंत कैलाश शर्मा का आशीर्वाद भी लिया। वसुंधरा राजे( Vasundhara Raje ) की नतीजों से पहले की इस सक्रियता के मायने निकाले जा रहे हैं।
मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया- पुष्य नक्षत्र के अवसर पर भगवान गणेश जी महाराज का 151 किलो दूध, 21 किलो दही, साढ़े 5 किलो घी, 21 किलो बूरा, 21 किलो गन्ने का रस, शहद और केवड़ा जल, गुलाब जल, केवड़ा इत्र और गुलाब इत्र से अभिषेक किया गया। इसके बाद भगवान का पंचामृत अभिषेक कर शुद्ध जल से स्नान कराकर भगवान गणेश का विशेष श्रृंगार किया गया। गणेश जी महाराज को सुबह 11 बजे गणपति सहस्त्रनाम पाठ से 1008 मोदक का भोग लगाया गया।
वसुंधरा राजे ( Vasundhara Raje )सुबह 8:00 बजे मोती डूंगरी मंदिर पहुंचीं थीं। 9:45 बजे तक मंदिर में रहीं। वसुंधरा के साथ जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा और मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के प्रत्याशी कालीचरण सराफ भी मौजूद रहे।

इसके बाद भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को दौसा जिले के प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर पहुंचकर विशेष पूजा अर्चना की। राजे ने सबसे पहले सीताराम मंदिर में राधा – कृष्ण के नव प्राण प्रतिष्ठित विग्रह के दर्शन किए, इसके बाद वे बालाजी मंदिर पहुंचीं। जहां सिद्धपीठ के महंत डॉ नरेशपुरी गोस्वामी ने उनकी अगवानी की और पंडितों ने स्वस्ति वाचन के साथ उनका स्वागत किया।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ( Vasundhara Raje )में मंदिर में गर्भगृह के सामने बैठकर करीब 40 मिनट तक बालाजी महाराज की विशेष पूजा – अर्चना की। महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सान्निध्य में पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ पूजा कराई। राजे ने बालाजी महाराज के समक्ष अर्जी व दरख्वास्त लगाई व हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद भैरव बाबा व प्रेतराज सरकार के दरबार में भी ढोक लगाई।
विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले वसुंधरा राजे का देव दर्शन कार्यक्रम सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे पहले पूर्व सीएम राजे ने प्रतापगढ जिले के गौतमेश्वर महादेव मंदिर व बांसवाडा जिले के त्रिपुरा सुंदरी मंदिर पहुंचकर दर्शन व पूजा अर्चना की थी।