मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) में नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर दी गई है। राज्य का नया मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) को बनाया गया है। आज विधायक दल की बैठक में दल का नेता चुना गया। इस बैठक के बाद मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। बीजेपी ने कुछ महीने पहले विधानसभा चुनाव से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बिना चुनाव ही लड़ा था। जिसके कारण इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री कौन होगा।
मोहन यादव (Mohan Yadav)निवर्तमान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं और उज्जैन दक्षिण सीट से निर्वाचित हुए थे। भाजपा विधायक दल की आज हुई बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी। उन्हें आरएसएस की भी पसंद माना जाता है। उज्जैन जिले से तीन बार के विधायक 58 साल के यादव की नियुक्ति को व्यापक रूप से उनके पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान के लिए राजनीतिक राह (कम से कम राज्य में) के अंत के रूप में देखा जा रहा है।
मोहन यादव (Mohan Yadav)उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं। भोपाल ( Bhopal ) स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के विधायक दल की बैठक में पार्टी द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा की मौजूदगी में सर्वसम्मति से मोहन यादव को राज्य का अगला मुख्यमंत्री चुना गया।मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं। शिवराज सिंह ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया।
सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे। इनके लिए जो दो नाम सामने आ रहे हैं, वे हैं- जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला। जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ और राजेश शुक्ला बिजावर से विधायक हैं। इसके अलावा स्पीकर पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का एलान किया गया है।

जगदीश देवड़ा मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ से विधायक हैं। देवड़ा SC वर्ग से आते हैं। जबकि राजेन्द्र शुक्ला रीवा सीट से विधायक हैं। ब्राह्मण वर्ग से आते हैं।नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष होंगे। तोमर मुरैना जिले की दिमनी सीट से विधायक हैं।
मुख्यमंत्री के रूप में अपने नाम के ऐलान के बाद मोहन यादव (Mohan Yadav)ने कहा कि मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। प्यार और सहयोग के लिए पार्टी की स्टेट लीडरशिप और केंद्रीय लीडरशिप का बहुत बहुत धन्यवाद। मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाऊंगा।
मोहन यादव की पत्नी सीमा यादव ने कहा कि मेहनत का फल अच्छा होता है। खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। भगवान महाकाल ने मेहनत का फल दिया है।
25 मार्च 1965 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में जन्मे मोहन यादव कई सालों से बीजेपी से जुड़े हुए हैं। हाल के 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों के अंतर से जीत हासिल करते हुए उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने हैं।
मोहन यादव ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से अपनी राजनीति की शुरूआत की। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् में कई पदों पर रहे।1965 को उज्जैन में पूनमचंद यादव के घर जन्में, मोहन यादव एमए, पीएचडी हैं। उनकी शादी सीमा यादव से हुई है और उन्हें दो बेटे और एक बेटी हैं।