प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी (Varanasi) के उमराहा में नवनिर्मित स्वर्वेद महामंदिर(Swarved Mahamandir )का उद्घाटन किया। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। स्वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमेशा की तरह, काशी में बिताया हर पल अपने आप में अद्भुत है। पीएम मोदी ने कहा कि आज स्वर्वेद मंदिर बनकर तैयार होना, इसी ईश्वरीय प्रेरणा का उदाहरण है। ये महामंदिर महृषि सदाफल देव जी की शिक्षाओं और उनके उपदेशों का प्रतीक है। इस मंदिर की दिव्यता जितना आकर्षित करती है, इसकी भव्यता हमे उतना ही अचंभित भी करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के 7 दशक बाद आज समय का चक्र एक बार फिर घुमा है। देश अब लालकिले से गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व की घोषणा कर रहा है। जो काम सोमनाथ से शुरू हुआ था, वो अब एक अभियान बन गया है। देश में राम सर्किट के विकास के लिए भी तेजी से काम हो रहा है और अगले कुछ सप्ताह में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी पूरा होने जा रहा है। आज काशी में विश्वनाथ धाम की भव्यता भारत के अविनाशी वैभव की गाथा गा रही है। आज महाकाल महालोक हमारी अमरता का प्रमाण दे रहा है। आज केदारनाथ धाम भी विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। बुद्ध सर्किट का विकास करके भारत एक बार फिर दुनिया को बुद्ध की तपोभूमि पर आमंत्रित कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन सोमवार को उमरहा में 180 फीट ऊंचे सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर(Swarved Mahamandir )के प्रथम तल का रिमोट से बटन दबाकर उद्घाटन कर श्रद्धालुओं एवं देशवासियों को समर्पित किया। यह मंदिर दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर है। स्वर्वेद महामंदिर की संगमरमरी दीवारों पर स्वर्वेद के चार हजार दोहे लिखे हैं। 19 साल तक लगातार छह सौ कारीगर, दो सौ मजदूर और 15 इंजीनियर की मेहनत आज महामंदिर के पूर्ण स्वरूप में साकार हो चुकी है।
स्वर्वेद महामंदिर(Swarved Mahamandir ) के उद्घाटन के बाद संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर बार की तरह इस बार का भी काशी प्रवास सुखद रहा। उन्होंने कहा कि विरासत और विकास की पटरी पर आज भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। काशी में स्वर्वेद मंदिर के लोकार्पण में शामिल होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर यहां 25 हज़ार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। मुझे खुशी और विश्वास है कि इस महायज्ञ की हर एक आहूति से विकसित भारत का संकल्प और सशक्त होगा। उन्होने कहा कि संतों के सानिध्य में काशी के लोगों ने मिलकर विकास और नवनिर्माण के कितने ही नए कीर्तिमान गढ़े हैं। सरकार, समाज और संतगण सब साथ मिलकर काशी के कायाकल्प के लिए कार्य कर रहे हैं। आज स्वर्वेद महामंदिर(Swarved Mahamandir ) बनकर तैयार होना, इसी ईश्वरीय प्रेरणा का उदाहरण है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये महामंदिर महृषि सदाफल देव जी की शिक्षाओं और उनके उपदेशों का प्रतीक है। इस स्वर्वेद महामंदिर (Swarved Mahamandir ) की दिव्यता जितना आकर्षित करती है, इसकी भव्यता हमे उतना ही अचंभित भी करती है। स्वर्वेद मंदिर भारत के सामाजिक और आध्यात्मिक सामर्थ्य का एक आधुनिक प्रतीक है। इसकी दीवारों पर स्वर्वेद को बड़ी सुंदरता के साथ अंकित किया गया है। वेद, उपनिषद, रामायण, गीता और महाभारत आदि ग्रन्थों के दिव्य संदेश भी इसमें चित्रों के जरिये उकेरे गए हैं। इसलिए ये मंदिर एक तरह से अध्यात्म, इतिहास और संस्कृति का जीवंत उदाहरण है। भारत ने कभी भौतिक उन्नति को भौगोलिक विस्तार और शोषण का माध्यम नहीं बनने दिया। भौतिक प्रगति के लिए भी हमने आध्यात्मिक और मानवीय प्रतीकों की रचना की। हमने काशी जैसे जीवंत सांस्कृतिक केंद्रों का आशीर्वाद लिया।
प्रधानमंत्री कहा कि सरकार, समाज और संतगण, सब साथ मिलकर काशी के कायाकल्प के लिए काम कर रहे हैं। काशी का मतलब स्वच्छता और बदलाव है। पानी की बूंद-बूंद बचाना जरूरी है।वाराणसी में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि योग और खेल को जीवन का हिस्सा बनाएं। फिटनेस को जीवन का हिसा बनाएं। हम काशी के विकास के लिए काम कर रहे हैं। आज हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है। कुछ हफ्तों में राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्होने स्वर्वेद महामंदिर(Swarved Mahamandir ) की चर्चा करते हुए कहा कि जब एक संत की साधना मुहूर्त रूप लेता है, तो इस प्रकार का एक धाम बनकर तैयार होता है। सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज जिन्होंने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया था, जिन्होंने उत्तराखंड के गढ़ आश्रम के शून्य शिखर पर साधनारत होकर आध्यात्मिक जगत की अनुभूतियों के माध्यम से भारत की आध्यात्मिक ज्ञान के परंपरा को वेद, उपनिषदों के उसे परंपरा को बहुत ही सरल व सहज भाषा में अपने अनुयायियों व भक्तों के लिए सर्व वेद के माध्यम से प्रस्तुत किया, आज उसका मूर्त रूप सबको देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आज नए भारत की अनुभूति कर रहे हैं।
इस अवसर पर स्वर्वेद महामंदिर के आचार्य सद्गुरु स्वतंत्रदेव जी महाराज, विज्ञान देव जी महाराज के अलावा कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे, उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर का अवलोकन भी किया।
काशी का दिव्य और भव्य स्वर्वेद महामंदिर प्राचीनता और आधुनिकता का बेजोड़ उदाहरण है। मुझे विश्वास है कि योग और ध्यान के क्षेत्र में यह विश्व में अपनी अलग पहचान बनाएगा और समग्र विकास के हमारे संकल्प में मील का पत्थर साबित होगा। pic.twitter.com/DIRmRFiYyo
— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2023