जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir) के राजौरी ( Rajouri ) में गुरुवार (21 दिसंबर) को आतंकवादियों ने भारतीय सेना (Indian Army ) के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया। दोपहर करीब 3:45 बजे हुए हमले में पहले तीन जवान शहीद होने की खबर आई थी। बाद में ये आंकड़ा बढ़कर पांच हो गया। हादसे में 2 जवान घायल भी हुए हैं। यहां अब भी लगातार गोलीबारी हो रही है।पाकिस्तान समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। एक महीने के भीतर इस इलाके में यह दूसरा आतंकी हमला है। इससे पहले 22 नवंबर को राजौरी में हुए एनकाउंटर में 5 जवान शहीद हुए थे।
शहीद हुए जवानो में नायक बीरेंद्र सिंह (15 गढ़वाल राइफल),नायक करन कुमार (एएससी),राइफल मैन चंदन कुमार (89 आर्म्ड रेजीमेंट), राइफल मैन गौतम कुमार 89 आर्म्ड रेजीमेंट)है। जबकि घायल हुए जवानों में सिग्नल मैन सुंदीप कुमार (सिग्नल्स).राइफल मैन श्याम सुंदर दास (88 आर्म्ड रेजीमेंट),राइफल मैन टीडी भास्करराव (88 आर्म्ड रेजीमेंट)है।अधिकारियों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि जिन सैनिकों पर हमला किया गया, आतंकवादी उनके हथियार लेकर चले गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यह हमला राजौरी ( Rajouri ) के थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (डीकेजी) नाम के इलाके में हुआ है। बताते हैं कि डेरा गली से बफलियाज की ओर से 48 राष्ट्रीय राइफल्स के दो वाहन आ रहे थे। इनमें एक जिप्सी तथा दूसरा ट्रक था। राजोरी-थन्नामंडी-सुरनकोट रोड पर सावनी इलाके में पहले से घात लगाए आतंकियों ने सैन्य वाहन देखते ही पहले ग्रेनेड दागा। इससे दोनों वाहनों के रुकते ही आतंकियों ने चारों ओर से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की संख्या चार से छह बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि सैन्य वाहन से बफलियाज इलाके से जवानों को लाया जा रहा था जहां बुधवार रात से घेराबंदी एवं तलाशी अभियान चल रहा था। जम्मू में सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर बुधवार रात संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया था।अभियान में शामिल सुरक्षाबलों से सेना का कॉन्टैक्ट आज हो पाया, जिसके बाद यहां अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजा जा रहा था।
पुंछ के सुरनकोट थाने के अंतर्गत दोनाड़ सावनी क्षेत्र में गुरुवार शाम को आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर सेना की गाड़ी पर हमला करने के बाद राजोरी के जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है। सूत्रों के अनुसार वैसे तो काफी दिनों से राजोरी के कई जंगली इलाकों में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। लेकिन, सुरनकोट के दोनाड़ क्षेत्र में हुए आतंकी हमले के बाद सेना काफी अलर्ट मोड पर है। इसलिए, राजोरी के थन्नामंडी, डीकेजी, दरहाल और मंजाकोट के जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है।

इसमें सेना के पैरा कमांडो, सीआरपीएफ, पुलिस के जवान संयुक्त रूप से तलाशी जंगलों को खंगाल रहे हैं। ड्रोन और खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक थन्नामंडी के डीकेजी के जंगलों को सेना के पैरा कमांडो और सेना की राष्ट्रीय राइफल बटालियन के जवानों ने चारों ओर से घेर लिया है। डीकेजी से लगते मंजाकोट और दरहाल के जंगलों के आसपास भी घेराबंदी कर दी गई है, ताकि पुंछ के दोनाड़ क्षेत्र में आतंकी हमले करने वाले आतंकी भाग न सकें, और उन्हें जल्द ढेर किया जाए।
एक महीने से भी कम समय में इस क्षेत्र में सेना पर यह दूसरा आतंकी हमला है। इससे पहले 22 नवंबर को राजौरी ( Rajouri ) में हुए एनकाउंटर में 5 जवान शहीद हुए थे। यहां 34 घंटे तक एनकाउंटर चला था, जिसमें 2 आतंकी भी मारे गए थे।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने कहा- भारतीय सेना (Indian Army ) व्हीकल पर हमला पाकिस्तान की तरफ से योजनाबद्ध तरीके से किया गया। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद जो सकारात्मक बदलाव हुए हैं, आतंकी इस नैरेटिव को बदलना चाहते हैं।
पुंछ के सुरनकोट इलाके में 19-20 दिसंबर की दरम्यानी रात एक पुलिस शिविर में ब्लास्ट हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार (20 जनवरी) को इस घटना की जानकारी दी। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि पुलिस कैंप में खड़े कई वाहनों की खिड़कियों के शीशे टूट गए।
#IndianArmy and #Whiteknight Corps salutes the bravery and supreme sacrifice of four soldiers in #Surankote on 21 Dec 23 while fighting the scourge of terrorism@adgpi @NorthernComd_IA
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) December 22, 2023