दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Delhi CM Arvind Kejriwal ) को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन भेजा है। ईडी द्वारा शुक्रवार को भेजे गए समन में केजरीवाल को तीन जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल 10 दिन विपश्यना के लिए पंजाब चले गए हैं।
दिल्ली शराब घोटाला मामले में दो केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं। इसी मामले में अप्रैल महीने में सीबीआई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Delhi CM Arvind Kejriwal ) को पूछताछ के लिए बुलाया था। 16 अप्रैल के बाद ईडी ने उन्हें 2 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं गए। केजरीवाल (55) को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत समन जारी किया है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में मामले के जांच अधिकारी के सामने पेश होने के बाद एजेंसी मुख्यमंत्री का बयान दर्ज करेगी। ईडी ने मामले में दाखिल अपने आरोपपत्रों में कई बार केजरीवाल के नाम का उल्लेख कर चुकी है। सीबीआई ने 16 अप्रैल को सीएम अरविंद केजरीवाल से तकरीबन 9 घंटे तक पूछताछ की थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Delhi CM Arvind Kejriwal ) ने प्रवर्तन निदेशालय को दूसरे समन पर गुरुवार को अपना जवाब भेज दिया था। ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। केजरीवाल ने समन को राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।
बता दें कि इससे पहले ईडी ने शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बीते सोमवार को उन्हें समन जारी करके गुरुवार को बुलाया था। इस पर केजरीवाल ने अपने वकीलों द्वारा कहा गया कि यह सिर्फ 2024 में लोकसभा चुनाव के अंतिम महीनों में सनसनीखेज खबरें बनाने के लिए है। समन के समय पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि आपके समन का समय मेरी सोच को और मजबूत करता है कि मुझे भेजे जा रहे समन किसी उद्देश्य या तर्कसंगत मानदंड पर आधारित नहीं हैं बल्कि पूरी तरह से प्रचार के साथ-साथ देश में बहुप्रतीक्षित लोकसभा चुनाव के अंतिम कुछ महीनों में सनसनीखेज खबरें बनाने के लिए हैं।

केजरीवाल ने कहा कि उन्हें किस हैसियत से बुलाया जा रहा है। उन्होंने इसके बारे में भी अनभिज्ञता जताई। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि मुझे गवाह, संदिग्ध, दिल्ली के सीएम या आम आदमी पार्टी के संयोजक के रूप में बुलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Delhi CM Arvind Kejriwal ) को ईडी ने अक्तूबर में भी इस मामले में समन जारी करके दो नवंबर को तलब किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेश होने का समय मांगा था, वहीं दो नवंबर को उनके वकीलों ने ईडी के समन को गैर कानूनी करार दे दिया था।