मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) में मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief minister Mohan Yadav) ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया हैं। इनमें 28 मंत्रियों को जगह दी गई हैं। इनमें 18 कैबिनेट मंत्री, 6 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 राज्य मंत्री बनाए गए है। इस मंत्रिमंडल में शिवराज सिंह चौहान के करीबियों और दिग्गज नेताओं का पत्ता कट गया है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इनमें से 18 विधायकों को कैबिनेट (Cabinet )और 10 विधायकों को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण समारोह सोमवार दोपहर साढ़े 3 बजे राजभवन में हुआ। नए मंत्रिमंडल में शिवराज सरकार के केवल 6 मंत्रियों को ही जगह मिली, जबकि 10 मंत्रियों को मौका नहीं मिल सका।
13 मंत्रियों की उम्र 60 साल से ज्यादा है। सीहोर जिले की इछावर सीट से विधायक करण सिंह वर्मा (68) सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। सतना जिले की रैगांव सीट से विधायक प्रतिमा बागरी (35) सबसे कम उम्र की मंत्री हैं। 28 मंत्रियों में 7 सामान्य वर्ग से, 11 ओबीसी वर्ग से, 6 एससी वर्ग से और 4 एसटी वर्ग से हैं।
सबसे पहले कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा, उदयप्रताप सिंह ने एक साथ शपथ ली।प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, संपतिया उइके, नरेंद्र पटेल, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह। इनमें प्रहलाद सिंह पटेल दमोह से सांसद और केंद्र में मंत्री थे। वे नरसिंहपुर सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। राकेश सिंह जबलपुर से सांसद थे। वे जबलपुर पश्चिम से जीतकर विधायक बने।
मोहन यादव (Chief minister Mohan Yadav) मंत्रिमंडल में शिवराज सरकार के केवल 6 मंत्रियों को ही जगह मिली। शिवराज सरकार में कुल 33 मंत्री थे। इनमें से 31 चुनावी मैदान में उतरे थे। 12 मंत्री चुनाव हारे, जबकि 19 मंत्री जीतकर फिर से विधानसभा पहुंचे। इनमें से मोहन यादव मुख्यमंत्री, जगदीश देवड़ा और राजेन्द्र शुक्ला डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ले चुके हैं। बचे 16 में से 10 को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
इंदौर-1 से सीट से जीते कैलाश विजयवर्गीय 8 साल बाद फिर मंत्री बने हैं। वे 2003 से 2015 तक कैबिनेट मंत्री रहे। 2015 में जब उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था तो उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
विजयवर्गीय 7 बार विधायक चुने जा चुके हैं। वे 1990 में इंदौर-4 से, 3 बार 1993, 1998 और 2003 में इंदौर-2 से, 2 बार 2008 और 2013 में महू से और एक बार 2023 में इंदौर-1 से विधायक बने। कैलाश विजयवर्गीय इस बार चौथी बार के कैबिनेट मंत्री बने हैं। वे साल 2000 में इंदौर के महापौर भी रह चुके हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief minister Mohan Yadav) के नए मंत्रिमंडल के गठन पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि,मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि अटल जी की जयंती पर नई सरकार आकर ले रही है। मंत्रिमंडल में एक तरफ जहां अनुभव की भट्टी में पके वरिष्ठ राजनेता और तो दूसरी तरफ युवा जोश शामिल है।
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि ‘मंत्रिमंडल पूरी तरह संतुलित और क्षेत्रीय आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखा गया है। मुझे पूरा विश्वास है कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम मोहन यादव की अगुवाई में प्रदेश को सुशासन देगी। नई सरकार प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
शिवराज सिंह चौहान ने संकल्प पत्र याद दिलाते हुए कहा कि हमने जो संकल्प व्यक्त किया है। प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के उन संकल्पों को भी पूरा करने में सीएम मोहन यादव की टीम कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। सभी को मेरी तरफ से शुभकामनाएं हैं।
प्रावधान से मुताबिक मध्यप्रदेश में 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें से 28 मंत्रियों ने सोमवार को शपथ ली। जबकि एक मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम पहले ही शपथ ले चुके हैं। इस तरह कुल 31 मंत्री बन चुके हैं। ऐसे में अभी 4 मंत्री और बनाए जा सकते हैं।
मध्यप्रदेश में सीएम मोहन यादव के मंत्रीमंडल विस्तार होने के ठीक एक दिन बाद ही कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। मंगलवार को सुबह 11 बजे मंत्रालय में मोहन कैबिनेट की बैठक होगी। कैबिनेट बैठक में सीएम मोहन यादव व दोनों डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला व जगदीश देवड़ा के साथ ही कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले सभी 18 मंत्री शामिल होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि कैबिनेट बैठक के बाद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा किया जा सकता है।
राजभवन भोपाल में मप्र की नवनिर्वाचित सरकार के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह
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विधायक श्रीमती @KrishnaGaurBJP, श्री @dharmendra_st, श्री दिलीप जायसवाल, श्री गौतम टेटवाल, श्री @Lakhan_BJP व श्री नारायण सिंह पंवार ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ ली। pic.twitter.com/QxNOsRCBUN— Jansampark MP (@JansamparkMP) December 25, 2023