राजस्थान ( Rajasthan ) में शनिवार को नए मंत्रिमंडल का गठन हो गया। इसी के साथ आईएएस सुधांशु पंत ( IAS officer Sudhansh Pant )नए मुख्य सचिव बनाए गए हैं। सुधांशु इससे पहले दिल्ली में डेप्यूटेशन पर कार्यरत थे। हालांकि, अब उन्हें राजस्थान के लिए केंद्र सरकार ने रिलीव कर दिया है। इससे पहले भी सुधांशु राजस्थान में लंबे समय तक विभिन्न पदों पर अपनी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। फिर उन्हें डेप्यूटेशन पर दिल्ली बुला लिया गया था। कार्मिक विभाग ने उषा शर्मा के रविवार को मुख्य सचिव पद से रिटायर होने के बाद देर शाम पंत को मुख्य सचिव बनाने के आदेश जारी किए।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुधांशु को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पसंदीदा अफसर माना जाता है। इसी लिहाज से उन्हें डेप्यूटेशन पर दिल्ली बुलाया गया, जहां उन्होंने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव के पद पर काम किया।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुधांशु पंत ( Sudhansh Pant )राजस्थान कैडर के 1991 बेच के आईएएस अधिकारी हैं। वो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले हैं। राजस्थान कैडर मिलने के बाद सुधांशु पंत ने प्रदेश में लंबे समय तक काम किया है। उन्होंने 1993 में जयपुर एसडीएम के पद पर काम की शुरुआत की थी। इसके बाद पंत जैसलमेर, झुंझुनूं, भीलवाड़ा और जयपुर में कलेक्टर रहे। इसके अलावा जेडीए के कमिश्नर, कृषि विभाग के कमिश्नर और वन पर्यावरण विभाग में प्रिंसिपल सचिव भी रह चुके हैं। यही नहीं उन्होंने राजस्थान के प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया है।
गहलोत सरकार से उनकी पटरी नहीं बैठी थी। गहलोत सरकार में जलदाय मंत्री डाॅ. महेश जोशी और खान राज्य मंत्री प्रमोद जैन भाया से उनकी अनबन रही।सूत्रों का कहना है कि पंत नियमों को इधर-उधर कर काम करने को तैयार नहीं होते।

जलदाय विभाग में ईडी के छापे पड़ने से तय हो गया था कि पंत ने जो आपत्तियां उठाई थीं, वे सही थीं। हालांकि पंत को महेश जोशी से अनबन के चलते डेढ़ साल के भीतर 4 पोस्ट पर इधर-उधर किया गया था। आखिर उन्होंने केंद्र सरकार को आवेदन किया तो उन्हें तत्काल दिल्ली बुला लिया गया था।
सुधांशु पंत( Sudhansh Pant )दिसंबर-2022 से दिल्ली ही थे। दिल्ली में पहले वे जहाजरानी मंत्रालय में थे। कोरोना की आहट फिर से सुनाई दी तो जून 2023 में पीएम मोदी ने उन्हें चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव बना दिया। हाल ही में दिसंबर 2023 में पूरे देश के चिकित्सा मंत्रियों-सचिवों और आम जनता के लिए कोरोना के नए वैरिएंट के बारे में जो चेतावनी पत्र जारी हुआ, वह पंत ने ही किया था।