असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा है कि कांग्रेस ने राम मंदिर के उद्घाटन का न्योता ठुकराकर अपने पाप धोने का सुनहरा मौका गंवा दिया है। उन्होंने कहा कि आज तक कांग्रेस ने हिंदू धर्म और हिंदुस्तानी सभ्यता के खिलाफ जितने पाप किए हैं, उनमें से कुछ पाप मिटाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने उन्हें मौका दिया था, लेकिन कांग्रेस इसका लाभ नहीं उठा सकी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि कांग्रेस ने आज जो किया है, उस परंपरा को पंडित नेहरू ने शुरू किया था। 72 साल पहले पंडित नेहरू ने सोमनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया था, आज उनके वंशज राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार कर रहे हैं। मुझे तो लगता है कि कांग्रेस को इस कार्यक्रम का न्योता दिया ही नहीं जाना चाहिए था। लेकिन उन्हें न्योता मिला और उन्होंने फिर गलत फैसला लिया। इसके लिए मुझे उन पर तरस आता है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया कि राहुल ने 2005 में अफगानिस्तान में बाबर की दरगाह का दौरा किया था। उन्हें मिलाकर गांधी परिवार की तीन पीढ़ियां बाबर की दरगाह जा चुकी हैं। तो उन्हें रामलला से इतनी नफरत क्यों है? आप हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों करते हैं?
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता ठुकराने वाले विपक्षी दलों पर भाजपा ने निशाना साधा है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें प्रमुख विपक्षी नेताओं की तस्वीर है और लिखा है- पहचानिए राम मंदिर के न्योते को ठुकराने वाले चेहरे… सनातन विरोधी इंडी गठबंधन।

इस पोस्टर में कांग्रेस की सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी, TMC की ममता बनर्जी, CPI (M) के सीताराम येचुरी और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की तस्वीर है। दरअसल, कांग्रेस ने बुधवार (10 जनवरी) को ही कार्यक्रम का न्योता ठुकराया था।
Three generations of the Gandhi family, including Rahul Gandhi in 2005, visited the Babar Tomb in Afghanistan. Why is there so much hatred for Ram Lala? Why do you hate Hindus so much? pic.twitter.com/wDG1p4lp6M
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 11, 2024
72 वर्ष पहले पंडित नेहरू ने सोमनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया था। उनके वंशजों ने आज राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया है।
विश्व हिंदू परिषद ने कांग्रेसियों को पश्चाताप करने के लिए एक सुनहरा अवसर दिया, परंतु… pic.twitter.com/Bn42i3B7Gh
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) January 11, 2024