पाकिस्तान ( Pakistan ) में ब्रिटेन के उच्चायुक्त( British High Commissioner ) ने विदेश कार्यालय के एक अधिकारी के साथ हाल ही में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा किया। इस पर शनिवार को भारत ने कड़ी आपत्ति जताई। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि उसने इस मामले पर नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायुक्त के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
केंद्र सरकार ने शनिवार को इस्लामाबाद में ब्रिटिश दूत की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की हालिया यात्रा पर आपत्ति जताई। पाकिस्तान में ब्रिटेन की उच्चायुक्त ( British High Commissioner )जेन मैरियट ने 10 जनवरी को मीरपुर का दौरा किया था। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मैरियट की यात्रा अत्यधिक आपत्तिजनक थी और एक ऐसा कृत्य था जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन था।
एमईए ने एक बयान में कहा, “भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में एक अधिकारी के साथ ब्रिटेन के उच्चायुक्त की अत्यधिक आपत्तिजनक यात्रा को गंभीरता से लिया है। भारत की संप्रभुता और अखंडता का उल्लंघन स्वीकार नहीं किया जा सकता।” मंत्रालय ने बताया कि विदेश सचिव ने इस पर भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त के सामने कड़ा विरोध जताया है।
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने इस उल्लंघन पर भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त( British High Commissioner ) के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं, हैं और हमेशा रहेंगे। क्षेत्र की अपनी यात्रा के बाद, जेन मैरियट ने एक्स पर तस्वीरें साझा की थीं और कहा था कि 70 प्रतिशत ब्रिटिश पाकिस्तानी जड़ें मीरपुर से हैं। ब्रिटिश दूत ने कहा कि मीरपुर से सलाम, ब्रिटेन और पाकिस्तान के लोगों के बीच आपसी संबंधों का केंद्र! 70% ब्रिटिश पाकिस्तानी जड़ें मीरपुर से हैं, जिससे हमारा साथ मिलकर काम करना प्रवासी हितों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है। आपके आतिथ्य के लिए धन्यवाद!

India protests visit of British High Commissioner in Islamabad to Pakistan occupied Kashmir:https://t.co/vd4WqODznI pic.twitter.com/sYwkMUjAkr
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) January 13, 2024