राहुल गांधी (Rahul Gandhi ) की न्याय यात्रा से पहले रविवार 14 जनवरी को मिलिंद देवड़ा( Milind Deora)ने शिवसेना (शिंदे गुट) जॉइन कर ली। मिलिंद, दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं। मिलिंद ने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पर दी थी।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- आज मेरे राजनीतिक सफर का एक महत्वपूर्ण अध्याय खत्म हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया।
मिलिंद देवड़ा( Milind Deora) ने शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल होने के बाद बड़ा हमला बोला है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हुए देवड़ा ने कहा कि मैं GAIN यानी विकास, आकांक्षा, समावेशिता और राष्ट्रवाद की राजनीति में विश्वास करता हूं। मैं पॉलिटिक्स ऑफ गेन (GAIN- ग्रोथ,एस्पीरेशन, इंक्लूजिविटी, नेशनलिज्म) में विश्वास करता हूं। मैं PAIN- (पर्सनल अटैक, इनजस्टिस,नेगेटिविटी ) की राजनीति में विश्वास नहीं करता। देवड़ा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो कल तक देश को रचनात्मक सुझाव देते थी कि कैसे देश को आगे लेकर जाया जाए आज उसका एक ली लक्ष्य है कि पीएम मोदी जो बोलें उसके खिलाफ बोलना है। देवड़ा यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि अगर पीएम कल कांग्रेस की तारीफ करें और कह दें कि कांग्रेस बहुत अच्छी पार्टी तो इसका भी विरोध करेंगे।
मिलिंद देवड़ा( Milind Deora) ने कहा कि आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हर एक लिए उपलब्ध हैं और मुझे उनके हाथों को मजबूत करना है। मुझे शिवसेना के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करना है। देवड़ा ने कहा कि मैं कांग्रेस के सबसे मुश्किल दिनों में उनके साथ रहा हूं। लेकिन आज नहीं हूं तो इसके पीछे वजह भी कांग्रेस पार्टी ही है। देवड़ा ने कहा कि 1967 में जो कांग्रेस मेरे पिता के समय थी, साल 2004 के समय थी और आज की कांग्रेस में जमीन आसमान का फर्क है।

उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि मुंबई में एक भी हमला नहीं हुआ है। वहीं इससे पहले आये दिन हमारे शहर में आतंकी हमले होते रहते थे। उन्होंने कहा कि मैं सभी शिवसैनिकों को भरोसा दिलाता हूं कि आपके साथ मिलकर काम करूंगा। मैं महाराष्ट्र और देश के सुनहरे भविष्य के लिए काम करूंगा।
मिलिंद देवड़ा ( Milind Deora)के कांग्रेस छोड़ने और शिवसेना के मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से उद्धव ठाकरे पर वार किया। सीएम शिंदे ने कि आज आपके (मिलिंद देवड़ा) मन में जो भावनाएं हैं, वही भावनाएं डेढ़ साल पहले मेरे मन में थीं। जब कोई निर्णय लेना होता है तो ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं। मिलिंद देवड़ा के शिवसेना के टिकट पर मुंबई दक्षिण की सीट से लड़ने की उम्मीद है। वे 2004 और 2009 में इस सीट से जीत हासिल कर चुके हैं। इससे पहले उनके पिता मुरली देवड़ा भी इस सीट का चार बार प्रतिनिधितत्व कर चुके हैं।
लगातार हार से कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं का विश्वास डगमगाया हुआ है। यही वजह है कि हाल के सालों में पार्टी के कई बड़े नामों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब इस कड़ी में नया नाम पार्टी के युवा चेहरे मिलिंद देवड़ा का भी जुड़ गया है। मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया। मिलिंद देवड़ा की गिनती कांग्रेस के युवा चेहरों में होती थी, लेकिन अब उनके जाने से महाराष्ट्र में पार्टी को झटका लगेगा।
मिलिंद देवड़ा ( Milind Deora)और उनके परिवार का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से लंबा रिश्ता रहा है। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते थे और वह यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री और कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्री रहे। मुरली देवड़ा तीन बार दक्षिण मुंबई सीट से लोकसभा सांसद रहे। बीते पांच दशकों से देवड़ा परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है। मिलिंद देवड़ा ने भी जब कांग्रेस छोड़ने का एलान किया तो उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ अपने 55 सालों के रिश्ते का भी अंत कर रहे हैं। मुरली देवड़ा को पूर्व पीएम राजीव गांधी का करीबी माना जाता था और साल 1999 में महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार को सत्ता में लाने में उनकी अहम भूमिका थी। मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से इस्तीफे एक युग का अंत माना जा रहा है।
मिलिंद देवड़ा ( Milind Deora)का जन्म 4 दिसंबर 1976 को मुंबई में हुआ। मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा हैं। पिता की राह पर चलते हुए मिलिंद भी राजनीति में आए और कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी से प्रबंधन में स्नातक किया है।
राजनीति में आने से पहले मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका और भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न पदों पर काम किया। साल 2008 में उन्होंने फिल्म निर्माता मनमोहन शेट्टी की बेटी पूजा शेट्टी से शादी की थी। मिलिंद देवड़ा की पत्नी पूजा शेट्टी एक फिल्म निर्माण कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर हैं। मिलिंद देवड़ा ने साल 2004 में दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और उनका नाम देश के सबसे युवा सांसदों में भी शुमार है। इसके बाद वह 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दक्षिण मुंबई सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे। हालांकि 2014 और 2019 के आम चुनाव में मिलिंद देवड़ा को हार का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मिलिंद सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की प्रतिमा पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।