अयोध्या( Ayodhya ) में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में सोमवार को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में शुमार रहीं साध्वी ऋतंभरा( Sadhvi Ritambhara )और उमा भारती( Uma Bharti ) भी भव्य राम मंदिर को अपनी आंखों के सामने देख अपने आंसू नहीं रोक पाई और दोनों नेता गले लगकर खूब रोईं। दोनों की तस्वीरें सामने आईं हैं। 6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में लाखों कारसेवक पहुंचे थे तो कारसेवकों की भीड़ का नेतृत्व करने वालों में साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती भी शामिल थीं।
उमा भारती ( Uma Bharti )और साध्वी ऋतंभरा ( Sadhvi Ritambhara )एक-दूसरे के गले भी मिलीं। इस दौरान, अपने सपने को साकार होते देख दोनों एक-दूसरे से मिलते ही रो पड़ीं और नम आंखों के साथ गले मिलीं। दोनों ने आज होने वाले लंबे समय से प्रतीक्षित कार्यक्रम के लिए एक-दूसरे को बधाई भी दी।
6 दिसम्बर 1992 को जब बाबरी मस्जिद को कारसेवकों ने विध्वंस कर दिया था, जिसके बाद इन दोनों पर भी बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर और विष्णु हरि डालमिया सहित कई प्रमुख भाजपा और संघ परिवार के नेताओं के साथ आरोप लगाए गए थे। हालांकि, 30 सितंबर, 2020 को एक विशेष अदालत ने सभी को बरी कर दिया।
साध्वी ऋतंभरा( Sadhvi Ritambhara ) ने बात करते हुए कहा कि राम मंदिर आंदोलन के समय भगवान राम ने उन्हें मंदिर के लिए लड़ाई जारी रखने का साहस और क्षमता दी थी। उन्होंने आगे कहा कि इस समारोह में जो भी लोग शामिल हुए हैं वह सबी भाग्यशाली हैं। मैं इस भावना को शब्दों में बयां करने में सक्षम नहीं हूं।

उन्होंने आगे कहा कि भगवान राम का मंदिर बनना हिंदू समुदाय द्वारा दिखाए गए साहस का परिणाम है। यह कई लोगों की शहादत का परिणाम है। साध्वी ऋतंभरा ने आगे कहा कि भगवान को अपने निवास में स्थापित करने के लिए हमने 500 सालों से अधिक समय तक संघर्ष किया और आज हमने जो सफलता हासिल की है वह शब्दों से परे है।
Ayodhya, Uttar Pradesh | BJP leader Uma Bharti and Sadhvi Rithambara hug each other ahead of Ram Temple Pran Pratishtha ceremony today pic.twitter.com/zfFjPJoVbh
— ANI (@ANI) January 22, 2024