मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh ) के हरदा (Harda ) में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। धमाके के फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल समेत तीनों आरोपियों को राजगढ़ जिले के सारंगपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार तीनों हरदा पटाखा फैक्ट्री के मालिक हैं। धमाके के बाद से आरोपी फरार थे। पुलिस शाजापुर से इनके पीछे लगी हुई थी, आरोपियों को हरदा पुलिस को सौंपा जाएगा।
हरदा ब्लास्ट (Harda Blast) के बाद फरार चल रहे फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक खान को रात करीब 9 बजे राजगढ़ जिले के सारंगपुर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ हरदा सिविल लाइन थाने में केस दर्ज किया गया है।
इस घटना से पूरा देश हिल गया है, फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल और उसके पार्टनर मौके से फरार गए थे। तीनों को पुलिस सरगर्मी से तलाश रही थी। इसी बीच रात करीब 8 बजे सूचना मिली कि अग्रवाल और उसके दो साथी कार से राजगढ़ की ओर भाग रहे हैं, पता चलते ही शाजापुर पुलिस ने पीछा किया लेकिन तीनों हाथ से निकल गए। हालांकि राजगढ़ स्थित सारंगपुर में पुलिस ने तीनों को दबोच लिया।
इसके पहले पुलिस को सूचना मिली थी कि राजेश अग्रवाल हादसे के बाद फरार हो गए थे। वे उज्जैन के रास्ते निकले और मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश और दिल्ली को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे से आगे बढ़ रहे थे। पुलिस ने मुखबिरों से मिली जानकारी के बाद मक्सी में दबिश दी, लेकिन अग्रवाल वहां से निकल चुके थे। इसके बाद एक टीम ने राजगढ़ जिले के सारंगपुर में हाईवे पर उन्हें पकड़ लिया।

सारंगपुर एसडीओपी अरविंद सिंह ने बताया कि 50 पुलिसकर्मियों के साथ तीनों आरोपियों को हरदा पुलिस के हवाले करने के लिए भेज रहे हैं। धमाके में अब तक 204 से अधिक लोगों के घायल और 15लोगों के मरने की खबर है। घायलों का इलाज भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम में चल रहा है।
हरदा ब्लास्ट (Harda Blast) की वजह 2022 से शुरू होती है। हरदा के लोगों ने इस फैक्ट्री में बारूद के अवैध भंडारण और सेफ्टी के मानक पूरा न होने को लेकर जिला प्रशासन से शिकायत की थी। जनता के बढ़ते दबाव की वजह से जिला प्रशासन ने इस फैक्ट्री को 26 सितंबर 2022 में सील कर दिया। ऋषि अग्रवाल कलेक्टर थे। फैक्ट्री के मालिक राजीव अग्रवाल ने इस आदेश के विरोध में कमिश्नर माल सिंह भयडिया से अपील की। इसके बाद उसे स्टे मिल गया।