प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) ने बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अबु धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्धाटन किया। उन्होंने यहां पूजन किया। इसके बाद मंदिर प्रांगण में बने हॉल में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा- ये मंदिर दुनिया के लिए मिसाल है। इसमें सबसे बड़ा योगदान मेरे भाई शेख जायेद का है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज यूनाइटेड अरब अमीरात की धरती ने मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा है। आज अबु धाबी में भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण हो रहा है। इस पल के पीछे वर्षों की मेहनत लगी है। इसमें वर्षों पुराना सपना जुड़ा है। इसमें भगवान स्वामी नारायण का आशीर्वाद जुड़ा है। आज प्रमुख स्वामी जी जिस दिव्य लोक में होंगे, उनकी आत्मा जहां होगी, वहां प्रसन्नता का अनुभव कर रही होगी।
उन्होंने कहा कि आज वसंत पंचमी का पवित्र त्योहार भी है। पर्व मां सरस्वती का पर्व है। मां सरस्वती यानी बुद्धि और विवेक की, मानवीय प्रज्ञा और चेतना की देवी! ये मानवीय प्रज्ञा ही है जिसने हमें सहयोग, सामंजस्य, समन्वय और सौहार्द जैसे आदर्शों को जीवन में उतारने की समझ दी। मुझे आशा है कि ये मंदिर भी मानवता के लिए बेहतर भविष्य के वसंत का स्वागत करेगा। ये मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा।
यूएई (UAE) में मंदिर के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है। रामलला अपने घर में विराजमान हैं। पूरा भारत और हर भारतीय आज भी उस प्यार में डूबा हुआ है। अब मेरा दोस्त ब्रह्मविहारि स्वामी कह रहे थे कि मोदी जी सबसे बड़े पुजारी हैं, मुझे नहीं पता कि मुझमें मंदिर के पुजारी की योग्यता है या नहीं, लेकिन मुझे गर्व है कि मैं मां भारती का पुजारी हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि अब तक जो यूएई बुर्ज खलीफा, फ्यूचर म्यूजियम, शेख जायद मस्जिद और दूसरी हाइटेक बिल्डिंग्स के लिए जा जाता था, अब उसकी पहचान में एक और सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इससे यूएई आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी और लोगों से लोगों का संपर्क भी बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi )ने कहा कि भगवान ने शरीर का एक-एक कण जो दिया है, वह सिर्फ और सिर्फ भारती के लिए है। 140 करोड़ देशवासी मेरे आदर्श हैं। मैंने अबू धाबी में यह मंदिर देखा है। मित्रों, हमारे वेदों में कहा गया है- एकम् सत्य, विप्रा बहुधा वदन्ति अर्थात एक ही सत्य को विद्वान लोग अलग-अलग प्रकार से बताते हैं। यह दृष्टि भारत की मूल चेतना का हिस्सा है।
उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह मंदिर सांप्रदायिक सद्भाव और दुनिया की एकता का प्रतीक होगा। उन्होंने कहा कि मंदिर के निर्माण में यूएई सरकार की कितनी भी प्रशंसा की जाए, वह कम होगी। यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद जायद अल नाहयान ने कहा था कि मंदिर सिर्फ बनना ही नहीं चाहिए, बल्कि वैसा दिखना भी चाहिए।
वहीं, इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi ) ने विभिन्न धर्मों के लोगों से मुलाकात की, जिन्होंने यहां पहले मंदिर के निर्माण में योगदान दिया। साथ ही मंदिर में वर्चुअल गंगा और यमुना नदियों में जल भी चढ़ाया। मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, भव्य मंदिर का निर्माण शिल्प और स्थापत्य शास्त्रों में वर्णित निर्माण की प्राचीन शैली के अनुसार किया गया है। यह पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर है।
अबु धाबी का यह मंदिर 27 एकड़ में फैला है और इसे बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानी BAPS ने बनाया है। निर्माण पर 700 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। मोदी 13 जनवरी को अबु धाबी पहुंचे थे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति जायद अल नाह्यान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं की बैठक हुई।
Some more glimpses from the @BAPS Hindu Mandir. pic.twitter.com/rlLET6MPq0
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2024
The @BAPS Hindu Mandir, Abu Dhabi, UAE opens its doors for devotees! Feel very blessed to be a part of this very sacred moment. Here are some glimpses. pic.twitter.com/29IhN4ZocK
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2024