हरियाणा (Haryana ) में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathee) और पार्टी के एक कार्यकर्ता की रविवार को दिल्ली के पास बहादुरगढ़ में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी पर रविवार शाम कुछ लोगों ने करीब 40 राउंड गोलियां चलाईं।
पुलिस के मुताबिक राठी (Nafe Singh Rathee) कार की फ्रंट सीट पर बैठे थे। उनके गले और कमर में गोलियां लगी थीं। घायलों का इलाज ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल में चल रहा है।
हमले के वक्त राठी अपनी फॉर्च्यूनर कार में सवार थे, जबकि हमलावर आई-10 कार से आए। झज्जर के एसपी अर्पित जैन ने कहा कि इस मामले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को लगा दिया गया है।
इस वारदात के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके करीबी काला जठेड़ी पर शक जताया जा रहा है। शुरुआती जांच में हत्या के पीछे प्रॉपर्टी का विवाद बताया जा रहा है।

शाम लगभग 5 बजे के आसपास जब नफे सिंह राठी की गाड़ी बराही रेलवे फाटक के पास पहुंची तो I-10 कार में आए कुछ हमलावरों ने राठी को निशाना बनाते हुए अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। हमलावरों ने फॉर्च्यूनर गाड़ी पर उसी तरफ गोलियां बरसाईं जिस तरफ राठी बैठे थे।
इस फायरिंग में राठी वाली साइड पर गाड़ी की बॉडी से कुल 6 बुलेट्स आर-पार हो गईं। कुछ गोलियां खिड़की के शीशे को तोड़कर भी राठी को लगीं।
गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे गनमैनों को टारगेट करते हुए जो फायरिंग की गई, उनमें से 4 गोलियां गाड़ी की बॉडी के आरपार हो गईं। कुछ बुलेट्स विंडो के कांच को तोड़कर भी सुरक्षाकर्मियों को लगीं।
सब कुछ इतना जल्दी हुआ कि राठी (Nafe Singh Rathee) या उनके सुरक्षाकर्मियों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। हमलावरों का टारगेट सीधे नफे सिंह राठी ही थे इसलिए उन्होंने फॉर्च्यूनर गाड़ी पर सामने की तरफ से कोई फायरिंग नहीं की। यही वजह रही कि गाड़ी की विंडशील्ड को इस फायरिंग में कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक राठी (70) एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) में जा रहे थे। रास्ते में झज्जर जिले के बहादुरगढ़ शहर में कार सवार हमलावरों ने उन पर हमला किया। चौटाला ने कहा कि राठी पर गोलियों की बौछार की गई। पुलिस ने राठी पर हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले में आगे की जांच की जा रही है। चौटाला ने सरकार पर राठी (Nafe Singh Rathee) की जान को खतरा होने के बावजूद सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के इस्तीफे की मांग की।