उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के जौनपुर (Jaunpur) जिले के बोधापुर गांव निवासी भाजपा के किसान मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रमोद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मौजूदा समय में भाजपा संगठन के जिला महामंत्री थे। घटना को लेकर इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल रहा।
प्रमोद यादव को अज्ञात बदमाशों ने गुरुवार की सुबह शादी का कार्ड देने के बहाने रोककर बाइक सवार बदमाशों में प्रमोद यादव की गुरुवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी। घटना का कारण साफ नहीं हो सका है। बदमाशों ने उन्हें तीन गोलियां मारीं और घटनास्थल से कुछ दूर आगे बाइक छोड़ फरार हो गए। वहीं, प्रमोद को जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। मौके पर बदमाशों की बाइक को कब्जे में लेकर पुलिस जांच में जुटी है।
प्रमोद यादव भाजपा किसान मोर्चा जौनपुर (Jaunpur) के पूर्व जिलाध्यक्ष थे। इसके पहले 2012 में वे मल्हनी से भाजपा के टिकट से ही दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। घटना की सूचना पर मौके पर भाजपा नेताओं का जमावड़ा लगा है। लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले प्रमोद यादव 2007 में रारी विधानसभा से निर्दल चुनाव लड़े थे। उसके बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में मल्हनी विधानसभा बनने पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन नामांकन पत्र खारिज हो गया था। उस समय धनंजय सिंह की पत्नी जागृति निर्दल चुनाव लड़ी थीं, लेकिन वह भी हार गई थीं। सपा के पारस नाथ यादव चुनाव जीते थे।
प्रमोद यादव के पिता राजबली यादव की भी वर्ष 1980 में गोली मारकर हत्या हुई थी। वे जनसंघ से जुड़े थे। शाम को हल्की बारिश में वे शहर से एक मित्र के साथ मूरकटवा आए थे। वहां से बाइक छोड़ पैदल घर जा रहे थे। जहां पहले से ही घात लगाए बैठे बदमाश ने उन्हें गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। वे एक बार जनसंघ के टिकट पर रारी विधानसभा से चुनाव लड़े थे परंतु हार गए थे।