उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के पूर्व आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल ( Navneet Sehgal) को प्रसार भारती का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने उनके नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। सहगल का यह कार्यकाल 3 वर्ष का होगा। बसपा, सपा और भाजपा सरकार में अहम भूमिका में रहे नवनीत सहगल पिछले साल 35 वर्ष की लंबी सेवा के बाद रिटायर हुए थे।
सूचना व प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में सहगल( Navneet Sehgal) की नियुक्ति तीन वर्ष या 70 वर्ष की आयु तक के लिए है। इसमें कहा गया है, “उनकी नियुक्ति के नियम और शर्तें प्रसार भारती (भारतीय प्रसारण निगम) अधिनियम, 1990 के प्रावधानों और उसके तहत बनाए गए नियमों द्वारा शासित होंगी।”
1988 बैच के आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल ( Navneet Sehgal) बसपा सरकार में मुख्यमंत्री मायावती के सचिव रहे। तब पंचम तल पर वे सबसे प्रभावशाली अधिकारियों में से एक माने जाते थे। हालांकि, वर्ष 2012 में सपा सरकार बनने पर उन्हें हटाकर प्रतीक्षा में डाल दिया गया। लेकिन, कुछ समय बाद ही उन्हें दोबारा तैनाती दे दी गई।
दो वर्ष ही पूरे हुए थे वह 2014 में मुख्य धारा में लौटे और प्रमुख सचिव सूचना बना दिए गए। तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से वह एक रहे। उनके पास सूचना विभाग के अलावा यूपीडा की भी जिम्मेदारी रही। यूपीडा के सीईओ रहते उन्होंने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के निर्माण की जिम्मेदारी संभाली।क्राइसेस मैनेजमेंट में माहिर होने की वजह से अलग-अलग विचारधाराओं वाली सरकारों में नवनीत सहगल ( Navneet Sehgal) ने हमेशा सत्ता के साथ कदमताल किया। उनको सौंपे गए हर कार्य को किसी भी कीमत पर कर के दिखाया।
योगी-1 सरकार में भी उन्हें सूचना जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी मिली, लेकिन योगी सरकार-2 के गठन के कुछ समय बाद ही उनके समीकरण बिगड़ने लगे। उन्हें 31 अगस्त 2022 को खेल विभाग में भेज दिया गया। हालांकि, उन्होंने खेल विभाग में भी कई महत्वपूर्ण काम किए।