उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर ( Muzaffarnagar ) जनपद में चंदौली से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board ) की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर आए शिक्षक और सिपाही के बीच विवाद के बाद शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नशे की हालत में सिपाही ने शिक्षक की गोली मारकर हत्या की है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। सिपाही भी उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा के लिए वाराणसी से शिक्षक के साथ ही आया था।
जानकारी के अनुसार वाराणसी से मूल्यांकन के लिए शिक्षक धर्मेंद्र कुमार 14 मार्च को उत्तर पुस्तिकाएं लेकर जिले के लिए चला था।शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार, दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों जितेंद्र मौर्या और कृष्ण प्रताप के साथ वाहन से यूपी बोर्ड की कॉपियां प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमा कराने के लिए वाराणसी से 14 मार्च को निकले थे। सुरक्षा के मद्देनजर उनके साथ गारद के तौर पर उपनिरीक्षक नागेंद्र चौहान व मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश को भेजा गया था। रास्ते में प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां जमा कराते हुए 17 मार्च की रात मुजफ्फरनगर पहुंचे थे।
कॉपियां एसडी इंटर कॉलेज में जमा करानी थी, लेकिन रात में कॉलेज का गेट बंद होने पर गाड़ी बाहर लगाकर रुके थे। मुख्य आरक्षी बार-बार तंबाकू मांग रहा था और किसी को आराम नहीं करने दे रहा था। इस पर धर्मेंद्र कुमार ने आपत्ति की तो उसने कार्बाइन से फायर झोंक दिया। नशे में धुत सिपाही ने कार्बाइन की पूरी मैगजीन शिक्षक पर खाली कर दी। उन्हें कई गोलियां लगीं।
इसकी सूचना मुजफ्फरनगर( Muzaffarnagar ) सिविल लाइन थाने को दी गई। सूचना के बाद पुलिस उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। घायल शिक्षक को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मुख्य आरक्षी को हिरासत में ले लिया। वहीं साथ गए गारद के पुलिसकर्मियों के हथियार अपने कब्जे में ले लिए।

घटनास्थल से साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। पुलिस परिजनों को घटना की जानकारी देने के साथ ही विधिक कार्रवाई में जुटी रही। पुलिस का कहना रहा कि परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरनगर ( Muzaffarnagar ) के एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार को गोली मार दी। वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और संतोष कुमार एक पुलिस टीम के साथ 14 मार्च को चले थे। प्रयागराज, शहाजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां उतारकर ये लोग देर रात में मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। एसडी इंटर कॉलेज का दरवाजा बंद होने के कारण गाड़ी में ही विश्राम कर रहे थे। गाड़ी में आगे ड्राइवर के साथ सब इंस्पेक्टर नागेंद्र चौहान और अध्यापक संतोष कुमार थे। पीछे मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश, अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे।
चंदौली के शिक्षक धर्मेन्द्र सिंह की हैड कांस्टेबल द्वारा एसएसपी आवास के सामने कार्बाइन से ताबड़तोड़ फायरिंग कर नृशंस हत्या की सनसनीखेज वारदात के बाद जनपद के साथ ही पूरे प्रदेश के शिक्षकों में आक्रोश फैल गया।