कर्नाटक ( Karnataka) की राजनीति में हलचल मची हुई है। कई महिलाओं से यौन शोषण के आरोप झेल रहे प्रज्ज्वल रेवन्ना( Prajwal Revanna )को जेडीएस से निलंबित कर दिया गया है। जद (एस) कोर कमेटी के अध्यक्ष जीटी देवगौड़ा ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ एसआईटी का स्वागत करते हैं। हमने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को एसआईटी जांच पूरी होने तक उन्हें पार्टी से निलंबित करने की सिफारिश करने का निर्णय लिया है। बता दें कि मौजूदा लोकसभा चुनाव में रेवन्ना कर्नाटक की हासन सीट से पार्टी के उम्मीदवार हैं। जेडीएस की कोर कमेटी की बैठक के दौरान एक होटल के बाहर कांग्रेस और जेडीएस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।
कोर कमेटी की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए जीटी देवगौड़ा ने कहा, “हमने प्रज्ज्वल रेवन्ना ( Prajwal Revanna ) पार्टी से निलंबित करने का एक सर्वसम्मत प्रस्ताव भी बनाया है। इस संबंध में हमने अपने पार्टी अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा से सिफारिश भी की है। क्योंकि वह एक लोकसभा सदस्य है, इसलिए हम चाहते हैं कि पार्टी अध्यक्ष इसपर कार्रवाई करें। हमने उनसे तुरंत कार्रवाई करने की अपील की है।”
भाजपा ने जेडीएस के इस फैसले का स्वागत किया है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार को लेकर भाजपा की जीरो टॉलरेंस नीति है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। भाजपा नेता ने कांग्रेस पर इस मामले पर दोहरे मापदंड अपनाने और चयनात्मक होने का आरोप लगाया है।
चंद्रशेखर ने कहा, “जब कांग्रेस सरकार हफ्ते और महीनों से इस मामले से अवगत थी तो उन्होंने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?” उन्होंने कर्नाटक में हुबली हत्याकांड और पश्चिम बंगाल में संदेशखाली मुद्दे को लेकर भी कांग्रेस पर हमला बोला।

पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस पर अपने परिवार की छवि खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “यह हमारे परिवार की छवि नष्ट करने के लिए कांग्रेस की एक चाल है। इसमें देवगौड़ा जी या मेरा क्या किरदार है? हम उन चीजों के लिए जिम्मेदार नहीं है। यह प्रज्ज्वल रेवन्ना ( Prajwal Revanna ) का व्यक्तिगत मामला है। मैं उनके संपर्क में नहीं हूं। उन्हें कानून के सामने लाना सरकार की जिम्मेदारी है। नैतिक रूप से हमने कुछ निर्णय लेने का फैसला किया है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम उन्हें बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। हम इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे, लेकिन इसके लिए सरकार अधिक जिम्मेदार है। सिर्फ एक चाचा के तौर पर नहीं, बल्कि देश के एक आम आदमी के तौर पर हमें आगे बढ़ना चाहिए। यह एक शर्मनाक मुद्दा है। मैं किसी भी व्यक्ति को नहीं बचा रहा हूं। हमने इस तरह की गैरकानूनी चीजों के लिए लड़ाई लड़ी है। यह एक गंभीर मुद्दा है। जो भी सरकार चला रहा है, असली तस्वीर उन्हें ही उजागर करनी है, मुझे नहीं।”