दिल्ली ( Delhi ) । काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE ) द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों को पछाड़ दिया, जबकि दोनों कक्षाओं के उत्तीर्ण प्रतिशत में वृद्धि दर्ज की गई। आज सुबह घोषित किए गए। बोर्ड ने छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिए इस वर्ष से मेरिट सूची जारी करने की प्रथा भी समाप्त कर दी है।
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE ) की दसवीं व बारहवीं के रिजल्ट घोषित कर दिया है। सीआईएससीई ने आज सुबह 11 बजे आईसीएसई और आईएससी रिजल्ट 2024 जारी कर दिया है। आईसीएसई यानी कक्षा 10वीं की परीक्षा में 99.47 प्रतिशत जबकि आईएससी यानी सीआईएससीई कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 98.19 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं।
सीआईएससीई(CISCE ) के मुख्य कार्यकारी और सचिव जोसेफ इमैनुएल ने कहा, “कक्षा 10वीं में लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.31 प्रतिशत है जबकि लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.65 प्रतिशत है। इसी प्रकार, कक्षा 12वीं की परीक्षा में लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 97.53 प्रतिशत रहा है, जबकि लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 98.92 प्रतिशत रहा।
उन्होंने कहा, “हमने इस साल से बोर्ड परीक्षाओं के लिए मेरिट सूची जारी करने की प्रथा बंद कर दी है। इस कदम का उद्देश्य छात्रों के बीच अनहल्दी प्रतिस्पर्धा से बचना है।”
कुल 2,695 स्कूलों से कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए छात्र शामिल हुए, जिनमें से 82.48 प्रतिशत (2223) स्कूलों ने 100 का उत्तीर्ण प्रतिशत प्राप्त किया।
आईएससी परीक्षा (कक्षा 12) 47 लिखित विषयों में आयोजित की गई थी, जिनमें से 12 भारतीय भाषाएं, चार विदेशी भाषाएं और दो शास्त्रीय भाषाएं थीं। आईएससी के लिए, परीक्षाएं 12 फरवरी को शुरू हुईं और 4 अप्रैल को समाप्त हुईं। वे 28 दिनों में आयोजित की गईं।
कक्षा 12 के लिए, कुल 1,366 स्कूलों से उम्मीदवारों ने परीक्षा में भाग लिया, जिनमें से 66.18 प्रतिशत (904) स्कूलों ने 100 का उत्तीर्ण प्रतिशत प्राप्त किया।
कक्षा 10 की परीक्षा में 2.43 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए थे, जबकि कक्षा 12 की परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या 99,901 थी। कक्षा 10 में, पश्चिमी क्षेत्र में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत (99.91) दर्ज किया गया।
इसके बाद दक्षिणी क्षेत्र (99.88) है। दक्षिणी क्षेत्र में लड़कियों का प्रतिशत सबसे अधिक (49.52) है जो कक्षा 10 की परीक्षा में शामिल हुए थे। 12वीं कक्षा में, दक्षिणी क्षेत्र में उच्चतम उत्तीर्ण प्रतिशत (99.53) दर्ज किया गया।
इसके बाद पश्चिमी क्षेत्र का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.32 रहा। पश्चिमी क्षेत्र में लड़कियों का प्रतिशत सबसे अधिक (50.55) है, जो परीक्षा में शामिल हुए थे।
आईसीएसई यानी इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन एग्जामिनेशन की परीक्षा इस साल 2, 42, 328 बच्चों ने दी है, जिसमें 1, 29, 612 बच्चे पास हुए हैं, प्रतिशत की बात करे तो यह 99.31 प्रतिशत रहा है। वहीं आईसीएसई में 1,12, 716 लड़कियां पास रहीं, जिनका प्रतिशत 99.65 प्रतिशत रहा है। सीआईएससीई 10वीं बोर्ड परीक्षा में कुल 1, 289 बच्चे फेल हुए हैं, जिनमें 894 लड़के और मात्र 395 लड़कियां हैं. वहीं इस परीक्षा में 2, 43, 617 स्टूडेंट ने दसवीं की परीक्षा दी है।
सीआईएससीई(CISCE ) के आईएससी यानी कक्षा 12वीं रिजल्ट की बात करें तो इस साल कुल 98,088 स्टूडेंट पास हुए हैं, जिसमें 51,462 लड़के और 46, 626 लड़कियां हैं। वहीं कुल 1,813 बच्चे परीक्षा में फेल हुए हैंस जिनकी प्रतिशता 1.81 प्रतिशत है। आईएससी रिजल्ट में 1,303 लड़के और 510 लड़कियां फेल रहे हैं।