भारत के जी20 शेरपा और नीति आयोग ( NITI Aayog ) के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत (Amitabh Kant)का अनुमान है कि 2025 तक भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थवव्यवस्था (4th largest economy) बन जाएगी। भारत जापान को पछाड़ देगा। भारत फिलहाल पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। 2022 में भारत ने ब्रिटेन को पछाड़ दिया था। भारत से आगे अभी सिर्फ अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान की अर्थवस्यवस्था है। एक दशक पहले यानी 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी। भारत की जीडीपी लगभग 3.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है।
कांत (Amitabh Kant)के अनुसार, फ्रैजाइल-5 से दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं तक भारत की यात्रा बड़ी अहम रही है। इसके कई मुख्य अंश हैं- रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह, पिछली तीन तिमाहियों में 8 प्रतिशत से अधिक जीडीपी वृद्धि, भारतीय मुद्रा रुपये में 27 देशों के साथ व्यापार, मुद्रास्फीति प्रबंधनीय आदि। बता दें, फ्रैजाइल-5 शब्द 2013 में मॉर्गन स्टेनली द्वारा दिया गया है। यह भारत सहित पांच देशों के समूह को इंगित करता है, जिनकी अर्थव्यवस्था उस वक्त अच्छा प्रदर्शन कर रहीं थीं। इसमें चार देश हैं- ब्राजील, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और तुर्की थे।
अमिताभ कांत (Amitabh Kant)का कहना है कि स्टील, सीमेंट और ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में डबल डिजिट ग्रोथ हुई है। भारत डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में सबसे अव्वल है। ई-ट्रांजेक्शन बढ़कर 134 अरब तक पहुंच गया है। यह ग्लोबल डिजिटल पेमेंट का करीब 46 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि जन धन खाता-आधार-मोबाइल ट्रिनिटी (JAM Trinity) के तहत खोले गए खातों में अभी 2.32 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। 2013-14 और 2022-23 के बीच औसत वार्षिक मुद्रास्फीति 5 प्रतिशत हो गई, जो 2003-04 और 2013-14 के बीच 8.2 प्रतिशत थी।

अमिताभ कांत (Amitabh Kant)ने इन सभी फैक्टर को भारत की आर्थिक तरक्की की रफ्तार बढ़ाने की अहम वजह बताया। भारत की अर्थव्यवस्था 2021-22 में 8.7 प्रतिशत और 2022-23 में 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की नवीनतम रिपोर्ट, विश्व आर्थिक आउटलुक के अनुसार, भारत 2024 में प्रमुख अर्थवस्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी। आईएमएफ ने 2024 के लिए भारत के विकास अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत बढ़ी।