उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के सीतापुर (Sitapur ) जिले में शनिवार की सुबह एक ही परिवार के 6 लोगों की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। हत्याकांड में मारी गई प्रियंका सिंह यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह की पोती थी। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण एसटीएफ की टीम लखनऊ से मामले के खुलासे के लिए भेजी गई है। हालांकि पुलिस की जांच में मृतक अनुराग सिंह के भाई अजीत सिंह की संलिप्तता सामने आ रही है। पुलिस अजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
हड़बड़ाहट में सीतापुर (Sitapur )पुलिस भी शुरुआत में इन हत्याओं के लिए अनुराग को ही जिम्मेदार ठहरा रही थी। लखनऊ से डीजीपी प्रशांत कुमार के हस्तक्षेप के बाद आईजी तरुण गाबा खुद जांच करने पहुंचे। रविवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी पुलिस की पूरी थ्योरी पलट दी।
अनुराग के सिर में दो गोलियां मारे जाने की पुष्टि होने पर पुलिस ने अनुराग के ताऊ आरपी सिंह, अजीत और उसकी पत्नी के साथ दो नौकरों समेत कई अन्य को हिरासत में लिया था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार कई सवालों के जवाब देने में अजीत फंस गया। सख्ती से पूछताछ के बाद उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
सीतापुर (Sitapur )पुलिस की जांच में हत्याओं के पीछे सुपारी देकर हत्या कराने की बात सामने आई है। जो भाई अभी तक इस केस को मर्डर के बाद सुसाइड बता रहा था, जांच में वही हत्यारा निकला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस जघन्य हत्याकांड में अजीत ने पैसे देकर क्रिमिनल हायर किए और खुद भी वारदात में शामिल रहा।

पूछताछ में अजीत ने कबूल किया कि उसका अपने भाई और भाभी प्रियंका से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। घर में इस बात को लेकर अक्सर झगड़ा होता था। प्रियंका के आने के बाद झगड़ा और बढ़ जाता था। इस बार प्रियंका के बच्चों के साथ घर आने पर पूरे परिवार को खत्म करने का प्लान बनाया।
सीतापुर (Sitapur )के रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के पल्हापुर में मां, भाई, उसकी पत्नी व तीन बच्चों की हत्या करने वाला आरोपी बड़ा भाई अजीत बेहद शातिर है। महमूदाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात अजीत ने छह लोगों की सुनियोजित ढंग से हत्या करने के बाद चालाकी से मनगढ़ंत कहानी बनाकर पूरा आरोप अपने भाई पर ही मढ़ दिया। कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने वारदात को अंजाम देने की बात कबूल ली है। अब अजीत से पूछताछ कर रही एसओजी को कई चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं।
प्रियंका के भाई अंकित ने बताया, बहनोई अनुराग के सिर में दो गोली लगी हैं। उनके माथे पर हथौड़े से भी मारा गया। प्रियंका के सिर पर 1 गोली लगी। उसके चेहरे पर हथौड़े से दो बार हमला किया गया। माथे पर गहरा घाव मिला। बहन की सास सावित्री के माथे पर दो बार हथौड़े से वार किया गया।
तेज हमले की वजह से सावित्री सिंह का माथा आगे से पूरा खुल गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में तीनों बच्चों के पैर टूटे मिले। उनके हाथ में भी माइनर फ्रैक्चर है। बड़ी भांजी के गले में गोली लगी है, जो सिर से बाहर निकल गई।
उसके माथे पर हथौड़ा मारने का एक निशान भी है। छोटी भांजी और भांजे के सिर पर हथौड़े से 2-3 बार तेज हमला किया गया। छोटी भांजी के सिर पर पीछे भी मारा गया। पीछे से उसका पूरा सिर खुला था। भांजे का माथा भी पूरा खुला था। उसके चेहरे पर भी हमला किया गया। बच्चों के शरीर पर चोट के भी कई निशान मिले।
पता चला है कि उसने हत्या के बाद खून से सने अपने कपड़े धोये थे। पुलिस से बचने के लिए उसने अपने कपड़े छिपा दिए थे। फॉरेंसिक टीम ने उसकी निशानदेही पर इन कपड़ों को बरामद कर लिया है। आईजी की क्राइम टीम ने भी उससे पूछताछ की है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद प्रियंका के भाई ने यह सवाल भी उठाया कि कोई आदमी खुद को 2 गोली मारकर कैसे सुसाइड कर सकता है? साथ ही सिर पर हथौड़े के निशान कैसे आए?
बताते हैं कि तीन लोगों को गोली मारने के बाद क्रूरता से बच्चों को मौत के घाट उतारा गया। उनके शरीर पर मिले चोटों के निशान इस बात की गवाही दे रहे हैं कि हत्या करने वाले ने यह पूरी तरह से सुनिश्चित कर लिया था कि कोई जिंदा न रह सकें। शनिवार भोर करीब पांच बजे सीतापुर (Sitapur ) पुलिस को हत्याकांड की जानकारी दी थी।