आम आदमी पार्टी (AAP ) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ( Swati Maliwal ) से सीएम हाउस में हुई मारपीट के मामले में आरोपी बिभव कुमार (Bibhav Kumar )को कोर्ट से झटका लगा है। तीस हजारी कोर्ट ने अंतरिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव (PA) बिभव कुमार ( Bibhav Kumar )की अंतरिम जमानत याचिका पर तीस हजारी कोर्ट ने कहा कि आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो गया है, इसलिए अग्रिम जमानत पर सुनवाई का कोई औचित्य नहीं बनता है। यह याचिका निष्प्रभावी हो गई है।
आप सांसद स्वाति मालीवाल ( Swati Maliwal )से मुख्यमंत्री आवास में मारपीट के आरोपी अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव (PA) बिभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए दोपहर 12:40 बजे सिविल लाइंस थाने ले आई। पूछताछ के बाद बिभव को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार( Bibhav Kumar ) की ओर से बहस करते हुए वरिष्ठ वकील एन हरिहरन ने कहा कि मैंने दलील दी है कि कोई मामला नहीं है और यह अंतरिम जमानत का मामला है। मैंने अग्रिम जमानत की वकालत की है क्योंकि सीसीटीवी फुटेज और कवरेज में जो देखा गया है बयान में यह नहीं बताया गया है कि आदेश को तीन दिन की देरी से आज के लिए सुरक्षित रखा गया है।
स्वाति मालीवाल( Swati Maliwal ) 13 मई को अरविंद केजरीवाल से मिलने सुबह करीब 9 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंची थीं। उन्होंने आरोप लगाया था कि बिभव कुमार( Bibhav Kumar ) ने उनके साथ मारपीट और बदसलूकी की। उनके कपड़े तक फट गए थे। स्वाति ने 16 मई को शाम 6:15 बजे दिल्ली पुलिस में FIR करवाई थी।
17 मई को रात 12 बजे के आसपास दिल्ली पुलिस ने AIIMS में मालीवाल का मेडिकल करवाया था। शनिवार को रिपोर्ट आई, जिसमें मालीवाल की आंख और पैर में चोट के निशान मिले। रिपोर्ट आने के कुछ घंटे बाद ही दिल्ली पुलिस CM हाउस पहुंची और बिभव कुमार को अरेस्ट कर लिया।
उधर, घटना के छठे दिन यानी 18 मई को स्वाति मालीवाल का एक और वीडियो सामने आया है। 32 सेकेंड के वीडियो में पुलिसवाले स्वाति मालीवाल को सीएम हाउस से निकालते दिखाई दे रहे हैं।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि केजरीवाल और बिभव की दोस्ती वर्षों पुरानी है। साल 2015 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बने बिभव कुमार लंबे समय से सीएम के साथ हैं। बिभव का ताल्लुक बिहार से है। बिभव कुमार वीडियो जर्नलिस्ट के तौर पर काम किया करते थे। उनकी मुलाकात अरविंद के साथ हुई और वह इंडिया अगेंस्ट करप्शन मैग्जीन के लिए काम करने लगे। इंडिया अगेंस्ट करप्शन संस्था ने ही साल 2011 में देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। बिभव शुरू से ही अरविंद के रोजाना के कार्यक्रम व दूसरे काम को देख रहे थे। सरकार बनने के बाद भी वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दैनिक काम देखा करते थे। हालांकि सतर्कता विभाग ने कुछ सप्ताह पहले ही उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया था।
बिभव कुमार ने भी शुक्रवार को स्वाति मालीवाल के खिलाफ ई-मेल से शिकायत दी थी। उन्होंने सिविल लाइंस के एसएचओ और उत्तरी जिले के डीसीपी को शुक्रवार को ई-मेल किया। इसमें उन्होंने स्वाति मालीवाल पर उनके और सुरक्षाकर्मियों के साथ बदसलूकी करने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई है। बिभव का कहना है कि स्वाति मालीवाल बिना किसी की अनुमति के जबरदस्ती मुख्यमंत्री आवास में घुस गई थीं। जब उनको आवास में मौजूद पुलिसकर्मियों ने रोका तो उन्होंने उन सभी को धमकी दी। उनसे ऊंची आवाज में बहस की।
वहीं, स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार के खिलाफ दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि बिभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की है। स्वाति मालीवाल की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा कि बिभव कुमार ने उन्हें कई बार लात और करीब सात-आठ थप्पड़ मारे। स्वाति जब मदद के लिए चिल्लाने लगीं तब भी बिभव नहीं रुका। आरोप लगाया कि बिभव ने उनकी छाती, पेट और शरीर के निचले हिस्सों पर लात से हमला किया।