आयकर विभाग ( income tax department )की इंवेस्टिगेशन विंग ने शहर के तीन जूता कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की, जिनमें एक कारोबारी पर छापा भी शामिल है। एमजी रोड के आयकर विभागऔर हींग की मंडी के हरमिलाप ट्रेडर्स पर आयकर विभाग ने एकसाथ कार्रवाई की है। कार्रवाई में भारी मात्रा में नकदी मिली है। गिनती के लिए बैंकों से नोट गिनने की मशीनें मंगवाई गई हैं।
शनिवार दोपहर में आयकर विभाग ( income tax department )की इंवेस्टिगेशन विंग ने आगरा, लखनऊ, कानपुर के कर्मचारियों के साथ तीन जूता कारोबारियों के छह ठिकानों पर कार्रवाई की। इनमें बीके शूज के एमजी रोड स्थित प्रतिष्ठान और सूर्य नगर स्थित घर पर सर्च की कार्रवाई की गई है। जूते की ट्रेडिंग कर रही मंशु फुटवियर और बीके शूज के मालिक रिश्तेदार हैं और बीते कुछ सालों में ही बाजार में बड़ा नाम बन गए हैं। हरमिलाप ट्रेडर्स का शू मैटेरियल का काम है।
इंवेस्टिगेशन विंग की 12 से ज्यादा टीमें इस कार्रवाई में लगी हुई हैं। कारोबारियों के पास से भारी मात्रा में जमीन में निवेश, सोने की खरीद की जानकारी भी मिली है। इनर रिंग रोड के पास कारोबारियों ने बड़ा निवेश किया है।
आयकर ( income tax department )अधिकारियों ने तीनों जूता कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर लैपटॉप, कंप्यूटर और मोबाइल फोन जब्त कर लिए और उनसे डेटा लिया गया। रसीदें और बिल के साथ स्टॉक रजिस्टर की जांच में कई हैरान कर देने वाली जानकारियां मिली हैं। एक प्रतिष्ठान के संचालक ने अपने आईफोन का लॉक नहीं खोला। उसमें लेनदेन के कई राज छिपे हुए हैं। इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट में दावा किया गया कि लगभग 30 करोड़ रुपये की नकदी जूता कारोबारियों से मिली है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है। कार्रवाई में इंवेस्टिगेशन विंग के आगरा, लखनऊ और कानपुर के 30 से ज्यादा अधिकारी शामिल हैं।टीमें फाइलें और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी चेक कर रही हैं। अभी तक 30 करोड़ रुपए कैश बरामद किए जा चुके हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।