उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ( Lucknow) में शनिवार सुबह रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे (58) की हत्या से पूरे इलाके में सनसनी मच गई। वारदात इंदिरानगर सेक्टर-20 स्थित मकान नंबर 20/31 की है।
लखनऊ ( Lucknow) में शनिवार सुबह सात बजे करीब सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे अपने ड्राइवर रवि के साथ गोल्फ खेलने गए थे और सुबह 9.40 बजे लौटे तो देखा घर का दरवाजा खुला हुआ था। ऊपर पहली मंजिल पर पहुंचे तो किचन के पास पत्नी का शव पड़ा देखा। यह देख उनके होश उड़ गए और किसी तरह खुद को संभालकर पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम और फोरेंसिक की टीम ने छानबीन की।
शुरुआती जांच में इस हत्याकांड में किसी करीबी के हाथ होने का शक है। पुलिस के मुताबिक जांच में स्पष्ट हुआ कि घर में किसी तरह की कोई जबरन प्रवेश नहीं हुआ है। मतलब वारदात को अंजाम देने वाला आसानी से मुख्य गेट से लेकर पहली मंजिल तक गया और फिर घटना को अंजाम दिया। ऐसे में अंदेशा है कि घटना में कोई करीबी शख्स है जिसको मोहिनी जानती थीं। यही वजह है कि वारदात को अंजाम देने वाले आसानी से भीतर आ गए। चूंकि जिस अलमारी से गहने पार किए गए, उसका लॉक चाबी से खोला गया। ये इशारा करता है कि घटना में कोई करीबी शामिल है।
घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड ने काफी सबूत जमा किए हैं। फिलहाल लखनऊ ( Lucknow)पुलिस की टीम सीसीटीवी खंगाल रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही हत्यारे को लेकर पुलिस के पास कोई जानकारी जरूर होगी। वहीं पुलिस की टीम देवेंद्र नाथ दुबे के पड़ोसियों से भी पूछताछ कर रही है।
लखनऊ ( Lucknow) में इंदिरा नगर का सेक्टर-20 शहर के पॉश इलाकों में गिना जाता है। यहां पर ज्यादातर IAS, IFS और सीनियर अफसरों के घर बने हैं। इनमें से कुछ रिटायर हो चुके हैं, तो कुछ अभी भी पद पर हैं। हर घर में नौकर-ड्राइवर हैं। घरों में सर्वेंट क्वार्टर तक बने हैं, जिनमें नौकर रहते हैं। ज्यादातर घरों में CCTV लगे हैं। कई घरों में तो मॉडर्न लॉक तक लगे हैं। कॉलोनी पूरी तरह से सुरक्षित है। ऐसे में किसी का आसानी से घर में घुसकर हत्या कर देना आसान काम नहीं है।
देवेंद्र नाथ दुबे मूल रूप से कन्नौज के रहने वाले हैं। पीसीएस से प्रमोट होकर वह आईएएस बने। वह रायबरेली के डीएम रह चुके हैं। प्रयागराज के कमिश्नर का पद भी उन्होंने संभाला। दुबे रोजाना 5-कालीदास मार्ग स्थित क्लब में गोल्फ खेलने जाते हैं।
देवेंद्र की पहली पत्नी की 2005 में मौत हो गई थी। 2007 में उन्होंने मोहिनी से दूसरी शादी की। वह 2009 में रिटायर्ड हुए थे। उनका बड़ा बेटा प्रांजल परिवार के साथ नोएडा में रहता है। पिता ने जब दूसरी शादी की थी तब से वह अलग रह रहा था। वहीं, छोटा बेटा प्रतीक तकरोही में रहता है। उसको देवेंद्र ने बेदखल किया हुआ है। वह नशे का आदी भी है।