नरेंद्र मोदी (Narendra Modi )ने रविवार 9 जून की शाम लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे जवाहरलाल नेहरू के बाद ऐसा करने वाले दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं। मोदी ने ईश्वर के नाम की शपथ ली। इसके बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली। प्रधानमंत्री मोदी समेत 72 मंत्रियों ने शपथ ली।
अपने तीसरे कार्यकाल में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi ) एनडीए गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे। पीएम मोदी देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार चुने जाने वाले दूसरे प्रधान मंत्री हैं।
मोदी सरकार 3.0 ने शपथ ले ली है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुल 72 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। शपथ ग्रहण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के बाद दूसरे नंबर पर राजनाथ सिंह ने शपथ ली। अमित शाह, गडकरी और शिवराज सिंह चौहान समेत कुल 30 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली।
इनमें तेलुगू देशम के के. राममोहन नायडू, जदयू के ललन सिंह, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी, जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी और एलजेपी (रामविलास) के चिराग पासवान शामिल हैं।
सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से 11 मंत्री हैं। पिछले साल के मुकाबले इस बार कैबिनेट से 36 मंत्रियों को जगह नहीं मिली। कैबिनेट में इस बार 7 महिलाएं शामिल हैं। पहले टर्म में 8 और दूसरे टर्म में 6 महिलाएं थीं। सबसे युवा TDP के राम मोहन नायडू और सबसे बुजुर्ग 79 साल के जीतनराम मांझी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
इसके अलावा कैबिनेट में शुरू से भाजपा में रहे 41 लोगों को मंत्री बनाया गया। कांग्रेस या अन्य पार्टियों से भाजपा में आए 13 लोगों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली। 4 ब्यूरोक्रेट्स भी मंत्री बने हैं। 7 राजनीतिक परिवार से आने वाले लोगों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समामरोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi ) और उनके 72 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। पीएम मोदी के के बाद राजनाथ सिंह और अमित शाह ने शपथ ली। नितिन गडकरी चौथे नेता थे। उनके बाद जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर और मनोहर लाल खट्टर ने भी शपथ ली।
खट्टर के बाद शपथ लेने वाले जनता दल (सेक्युलर) के एचडी कुमारस्वामी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में भाजपा के किसी भी सहयोगी दल से शपथ लेने वाले पहले नेता थे। इसके तुरंत बाद, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) नेता ललन सिंह ने भी शपथ ली। सर्बानंद सोनोवाल शपथ लेने वाले पूर्वोत्तर के पहले नेता थे और किरेन रिजिजू दूसरे नेता रहे। भारत को लगातार दो तेल संकटों से उबरने में मदद करने वाले पूर्व राजनयिक हरदीप सिंह पुरी शपथ लेने वाले मंत्रियों में शामिल थे।
भाजपा के प्रमुख अनुसूचित जाति चेहरे और आठ बार के सांसद वीरेंद्र कुमार को नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल किया गया। उन्होंने मध्य प्रदेश की टीकमगढ़ आरक्षित सीट से चुनाव जीता था। मंच पर बुलाए गए नेताओं के समर्थकों ने जब अपने नेताओं को राष्ट्रपति द्वारा शपथ दिलाने के लिए माइक की ओर बढ़ते देखा तो उन्होंने जोर-जोर से तालियां बजाईं। चार साल पहले कांग्रेस छोड़ने के बाद से मोदी 3.0 मंत्रिपरिषद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के शामिल होने से भाजपा में उनका महत्व मजबूत हो गया है, जो केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनके दूसरे कार्यकाल की शुरुआत है।
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आज शाम हुए समारोह में मैंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मैं और मंत्रिपरिषद के मेरे सहयोगी, 140 करोड़ देशवासियों की सेवा करने और देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। pic.twitter.com/TKNNomHf0r
— Narendra Modi (@narendramodi) June 9, 2024