असम (Assam) के करीमगंज में नौ करोड़ रुपये मूल्य की याबा टैबलेट( YABA tablets )के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।करीमगंज में असम पुलिस और बीएसएफ के साथ हुई इस संयुक्त कार्रवाई में पुष्ट खुफिया सूचना के आधार पर एक वाहन की जांच की गई। इस वाहन में एक साथ 30 हजार याबा गोलियां बरामद हुईं। इन गोलियों के साथ दो तस्करों को भी गिरफ्तार किेया गया है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, करीमगंज पुलिस और बीएसएफ ने एक संयुक्त अभियान चलाकर नौ करोड़ मूल्य की 30,000 याबा टैबलेट्स ( YABA tablets )जब्त की। उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। सीएम सरमा ने पुलिस और बीएसएफ की सराहना की। बता दें कि याबा मेथमफेटामाइन और कैफीन का एक संयोजन है।
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सहरुल इस्लाम और अतीकुर रहमान के रूप में हुई है, जो स्थानीय निवासी हैं।एक अधिकारी ने कहा, उन्हें नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
करीमगंज के पुलिस अधीक्षक (एसपी) पार्थ प्रतिम दास ने कहा कि वे मामले की आगे जांच कर रहे हैं और उस स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां से नशीले पदार्थों की आपूर्ति की गई थी।इस बीच, करीमगंज पुलिस ने शनिवार को इसी तरह की दो छापेमारी में 177 ग्राम हेरोइन के साथ पांच संदिग्ध ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया।

यह दवा पहाड़ों पर घोड़ों को चढ़ाई के दौरान ताकत देने के लिए दी जाती है। म्याँमार, बांग्लादेश और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में इसका जबरदस्त रूप से प्रयोग हो रहा है। इसे नशीली दवा के तौर पर प्रयोग किया जाने लगा है। भारत में याबा ( YABA tablets )को “भूल भुलैया” तो फिलीपींस और इंडोनेशिया में इसे शाबू कहा जाता है। इस गोली में मेथेम्फेटामाइन और कैफिन मिला होता है। इसे खाने के बाद नशेड़ियों को आनंद की अनुभूति है।
In a joint operation by @karimganjpolice and BSF G Branch, Karimganj, 30,000 YABA tablets valued at ₹9cr was seized from a vehicle.
Two people have been apprehended in this connection.
Good job @assampolice and @BSF_India #AssamAgainstDrugs pic.twitter.com/uJLfI9Y1Bk
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 16, 2024