पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार सुबह 8:55 बजे एक मालगाड़ी ( Goods Train ) ने कंचनजंगा एक्सप्रेस (Kanchanjunga Express) को पीछे से टक्कर मार दी। यह हादसा इतना भयानक था कि मालगाड़ी से टक्कर होने के बाद ट्रेनों की तीन बोगियां पटरी से उतर गईं। जबकि कई बोगियां हवा में लहरा गईं। वहीं 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।
यह दुर्घटना न्यू जलपाईगुड़ी के पास हुआ। रेलवे की टीम जांच में जुट गई है।इस भयानक रेल हादसे में इंजन पर बोगियां तक चढ़ गई। वहीं कई बोगियां पटरी से भी उतर गई थीं। तस्वीरों में हवा में लहरा रही बोगियां देखी जा सकती हैं। भयानक रेल हादसे में कई बोगियां चकनाचूर और कई क्षतिग्रस्त गई हैं।
कंचनजंगा एक्सप्रेस (Kanchanjunga Express)ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद 19 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। रेलवे ने जानकारी दी है कि न्यू जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी जंक्शन, बागडोगरा और अलुआबारी रोड मार्ग पर ये 19 ट्रेनें कैंसिल की गई है।
पीएम मोदी ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी दुर्घटना स्थल पर जा रहे हैं।”
बताया जा रहा है कि रानीपात्रा रेलवे स्टेशन और पश्चिम बंगाल के छत्तर हाट जंक्शन के बीच सुबह साढ़े पांच बजे से ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम खराब पड़ा था।सूत्रों ने बताया कि ट्रेन नंबर 13174 (सियालदह कंचनजंगा एक्सप्रेस) रंगापानी स्टेशन से सुबह आठ बजकर 27 मिनट पर रवाना हुई थी और सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम खराब होने के चलते रानीपतरा रेलवे स्टेशन तथा छत्तर हाट के बीच रुकी रही।
रानीपतरा के स्टेशन मास्टर ने ट्रेन संख्या 1374 ( (Kanchanjunga Express)) के लिए टीए 912 जारी किया था।अधिकारी ने आगे कहा कि उसी समय एक मालगाड़ी जीएफसीजे सुबह आठ बजकर 42 मिनट पर रंगापानी से रवाना हुई और 13174 के पिछले हिस्से से टकरा गई। इससे गार्ड का डिब्बा, दो पार्सल डिब्बे और एक सामान्य सीटिंग डिब्बा पटरी से उतर गया।
रेलवे बोर्ड ने अपने शुरुआती बयान में कहा था कि मालगाड़ी के चालक ने सिग्नल की अनदेखी की थी। इस हादसे में मरने वालों की कुल संख्या आठ बताई जा रही है। हालांकि कुछ स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि यह संख्या 15 तक हो सकती है।
रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि बचाव अभियान पूरा हो गया है। ट्रेन चला रहे चालक (लोको पायलट) ने सिग्नल की अनेदखी की थी, जिसकी वजह से हादसा हुआ। हालांकि, हादसे में उसकी भी मौत हो गई। वहीं, कंचनजंगा एक्सप्रेस (Kanchanjunga Express) के गार्ड ने भी अपनी जान गंवा दी है। उन्होंने रहा कि अगरतला-सियालदह मार्ग के सभी रेलवे स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं।
पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर बंगाल में ट्रेनों की आवाजाही सामान्य है। मालदा डिविजन में फंसी ट्रेनें रवाना हो गई हैं। जिस लाइन पर हादसा हुआ है, उसके पास वाली लाइन से सेवा बहाल की जाएगी। सिंगल लाइन पर ट्रेनों का आवागमन होगा।