केंद्र सरकार ने नीट यूजी परीक्षा (NEET-UG Exam) में धांधली के आरोपों को बेहद गंभीरता से लिया है। नीट परीक्षा में हुई धांधली के मामले में सरकार ने शनिवार को तीन बड़े फैसले लिए हैं। सरकार ने अपने पहले फैसले में सुबोध कुमार सिंह को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के महानिदेशक पद से हटा दिया।उनकी जगह पर प्रदीप सिंह खरोला को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की कमान सौंपी गई है। सरकार ने अपने दूसरे फैसले में रविवार को होने वाली नीट की परीक्षा को आगे के लिए स्थगित कर दिया है। सरकार ने तीसरे बड़े फैसले में नीट यूजी( NEET UG ) में हुई धांधली के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है।
सीबीआई को कई दिन पहले ही नीट यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच करने के लिए बोल दिया गया था, क्योंकि इस पूरे मामले कि शिकायतें कई राज्यों से मिल रही थी। इस लिए निष्पक्ष जांच के लिए किसी केंद्रीय जांच एजेंसी की जरूरत शुरू से लग रही थी। यूजीसी नेट एग्जाम के मामले में शिक्षा विभाग की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने के बाद अब शिक्षा मंत्रालय ने लिखित तौर पर नीट यूजी( NEET UG ) परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सीबीआई को जांच के लिए सौंप दिया है।
नीट पेपर लीक की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को नीट पेपर लीक से जुड़ी अब तक की पूरी रिपोर्ट सौंप दी है। साथ ही जांच में मिले अबतक के सारे सबूत और गिरफ्तार आरोपियों के बयान के साथ ही सारे वीडियो और एविडेंस भी EOU ने शिक्षा मंत्रालय को सौंपे हैं। ईओयू ने बिहार के बाद अब झारखंड में भी पेपर लीक जांच तेज कर दी है। देवघर से पेपरलीक के 6 आरोपी पकड़े गए हैं। EOU की इस कार्रवाई में पकड़े गए सभी आरोपी नालंदा के रहने वाले हैं। साथ ही आरोपी सिंकदर की उस गाड़ी पर भी अहम खुलासा हुआ है, जिसमें कैंडिडेट के परिजन को लेकर परीक्षा वाले दिन सिकंदर पटना में घुम रहा था।