तमिलनाडु ( Tamil Nadu ) के कल्लाकुरिची( Kallakurichi ) में जहरीली शराब पीने के कारण अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है। जहरीली शराब त्रासदी पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात करने बुधवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना करुणापुरम क्षेत्र पहुंचे। उन्होंने पीड़ितों से मामले की जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
कल्लाकुरिची ( Kallakurichi ) जिला कलेक्ट्रेट के अनुसार, कई लोगों का विभिन्न सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। त्रासदी में सोमवार तक 58 लोगों की मौत हुई थी। वर्तमान में राज्य के पांच अस्पतालों में कुल 88 लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 47 सरकारी कल्लाकुरिची मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती हैं।
इससे पहले, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष किशोर मकवाना के साथ तमिलनाडु अनुसूचित जाति आयोग (टीएनसीएससी) के उपाध्यक्ष पुनीथ पांडियन और राष्ट्रीय आदित्य विदर्भ आयोग के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सनमीत कौर ने शराब त्रासदी में जान गंवाने वालों के परिजनों से मुलाकात की।
कल्लाकुरिची शराब त्रासदी को लेकर तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का भी कड़ा विरोध किया जा रहा है। साथ ही पूरा इंडिया गठबंधन इस मुद्दे पर चुप है। इस घटना पर मद्रास हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था, जिस पर तमिलनाडु सरकार ने हाईकोर्ट से 10 दिन का समय मांगा है। मद्रास हाईकोर्ट ने स्टालिन सरकार को रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 3 जुलाई तक का समय दिया है।
तमिलनाडु विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान एआईएडीएमके के सदस्यों ने कल्लाकुरिची जहरीली शराब कांड के मुद्दे को लेकर सवाल किए थे। इसके कारण पहले इन सदस्यों को एक दिन के लिए निलंबित किया गया था। लेकिन बुधवार को एक बार फिर हंगामे की स्थिति उत्पन्न होने के कारण उनको विधानसभा के पूरे सत्र से ही निलंबित कर दिया गया।
विपक्ष लगातार सत्तारूढ़ पार्टी को इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है। विपक्ष पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी एआईएडीएमके के विधायकों ने मंगलवार को इस मुद्दे को प्रश्नकाल सत्र में उठाने की कोशिश की। सत्र में इसको लेकर जमकर नारेबाजी भी हुई। जिसके बाद एआईएडीएमके के विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दे दिया गया। इसके बाद उन्हें प्रस्ताव पारित करके एक दिन के लिए निलंबित कर दिया।
वहीं बुधवार को फिर इसी बात को लेकर हंगामा होने पर विपक्ष के नेता एडप्पादी पलानीस्वामी और अन्य एआईएडीएमके के विधायकों को पूरे विधानसभा सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष एम अप्पावु ने विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने वाले एआईएडीएमके के विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। विधायकों ने प्रश्नोत्तर सत्र स्थगित करने की मांग की थी और कल्लाकुरिची जहरीली शराब त्रासदी को लेकर नारे लगाए थे।
▶️कल्लाकुरिची, तमिलनाडु: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने करुणापुरम क्षेत्र में अवैध शराब त्रासदी के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।#Kallakurichi #Kallakurichideath #TamilNadu #KishorMakwana pic.twitter.com/e7ub9PwdVN
— IBC24 News (@IBC24News) June 27, 2024
#WATCH | Kallakurichi, Tamil Nadu: National Commission for Scheduled Castes Chairman Kishor Makwana visits the families of hooch tragedy victims in the Karunapuram area. (26.06) pic.twitter.com/y48pchS6cd
— ANI (@ANI) June 26, 2024