उत्तर प्रदेश के हाथरस ( Hathras ) जिले में भोले बाबा(‘Bhole Baba’)के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 125 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में हुआ है।
हादसे के बाद हालात भयावह है। अस्पताल के बाहर शव जमीन पर बिखरे पड़े हैं।घायलों और शवों को टैंपो और बसों में भरकर अस्पताल लाया गया।
हाथरस जिले के फुलरई गांव में मंगलवार को साकार हरि ‘भोले बाबा’ (‘Bhole Baba’)का एक दिवसीय सत्संग चल रहा था। वहां पर बच्चों के साथ महिलाएं और पुरुष बाबा का प्रवचन सुन रहे थे। लगभग पौने दो बजे सत्संग खत्म हुआ, बाबा के अनुयायी बाहर सड़क की ओर जाने लगे। तभी भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 125 लोगों की मौत की खबर है।
चश्मदीदों के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद लोग बाहर निकलने लगे। हॉल भी छोटा था और गेट भी संकरा था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।सत्संग हादसे में कुचले गए कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। कई लोगों के सिर फूट गए हैं, तो कई के हाथ-पैर टूट गए हैं।

हादसे को अपनी आंखों से देखने वाली युवती ने बताया कि सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सत्संग समाप्त हुआ उसके बाद लोग वहां से जाने लगे। इसी दौरान निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए। भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चारों ओर चीख-पुकार मची हुई थी।
वहीं, एटा मुख्य चिकित्सा अधिकारी उमेश त्रिपाठी ने बताया- हाथरस से अब तक 27 शव एटा लाए गए। इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। सत्संग में 20 हजार से अधिक लोगों की भीड़ थी।इन 27 शवों की पहचान की जा रही है।
साकार हरि बाबा (‘Bhole Baba’)अपने सत्संग में मानव सेवा का संदेश देता है। सत्संग में लोगों से बाबा कहता है कि मानव की सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। सबसे बड़ी शिक्षा है। सत्संग में आने वाले लोगों से कहता है यहां रोग मिट जाते हैं, मन शुद्ध होता है, यहां पर कोई भेदभाव नहीं कोई दान नहीं कोई पाखंड नहीं यही सर्व समभाव है यहीं ब्रह्मलोक है, यहीं स्वर्ग लोक है।
हाथरस ( Hathras ) के डीएम ने बताया कि एसडीएम ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी। यह एक प्राइवेट कार्यक्रम था। अभी मृतकों का पूरा आंकड़ा पता नहीं चला है। 50 से 60 के करीब मृतक संख्या बताई जा रही है।इनमें से कई घायलों को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। इसके देखते हुए मेडिकल कॉलेज में अलर्ट किया गया है।
पुलिस की ड्यूटी सुरक्षा के लिए लगाई गई थी। अंदर की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की जानी थी। सीनियर अधिकारी को जांच के लिए लगाया गया है। मैं अभी ज्यादा बताने की स्थिति में नहीं हूं। अभी इलाज हमारी प्राथमिकता है। जांच की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साकार हरि बाबा उर्फ भोले बाबा (‘Bhole Baba’)का असली नाम सूरज पाल है। करीब 17 साल पहले पुलिस कांस्टेबल की नौकरी छोड़कर सत्संग करने लगे। नौकरी छोड़ने के बाद सूरज पाल नाम बदलकर साकार हरि बन गया। अनुयायी उसे भोले बाबा कहते हैं। कहा जाता है कि गरीब और वंचित तबके के लोगों के बीच में इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी। कुछ समय में लाखों की संख्या में अनुयायियों बन गए। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में अनुयायी फैले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चलते सदन के बीच हाथरस घटना का जिक्र किया। मोदी ने संसद में कहा- यूपी के हाथरस में जो भगदड़ हुई उनमें अनेक लोगों की मौत की दुखद जानकारी मिली। हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है। केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी राज्य सरकार के संपर्क में हैं।मैं सदन के माध्यम से सभी को यह भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी।
जनपद हाथरस में हुई दुर्घटना के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा घटना की स्थिति पर दृष्टि बनाते हुए आम लोगों की सहायता हेतु हेल्पलाईन 05722227041 तथा 05722227042 जारी किये गये हैं@myogiadityanath @UPGovt @InfoDeptUP
— DM Hathras (@dm_hathras) July 2, 2024