उत्तर प्रदेश के हाथरस ( Hathras ) में भगदड़ के 24 घंटे बाद नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा (‘Bhole Baba’) का पहला बयान आया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह के जरिए लिखित बयान जारी किया। जिसमें लिखा, समागम से मेरे निकलने के बाद हादसा हुआ। असामाजिक तत्वों ने भगदड़ मचाई है। इन लोगों के खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा। घायलों के स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
सत्संग के बाद हुई भगदड़ में अब तक 125 लोगों की मौत हुई है। 4 जिलों- हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा में रातभर शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ। परिजन अपनों की लाश को लेकर इधर-उधर भटकते रहे। प्रशासन ने अब तक 122मौत की पुष्टि की है।
हादसा मंगलवार दोपहर 1 बजे फुलरई गांव में हुआ। बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हाथरस पहुंचे। जिला अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। घटनास्थल गए। अफसरों से पूरे हादसे की जानकारी ली।
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- यह हादसा साजिश जैसा है। लोग मरते गए। सेवादार वहां से भाग गए। उन्होंने न तो प्रशासन को सूचना दी और न ही मदद की। प्रशासन की टीम जब पहुंची तो सेवादारों ने उन्हें आगे जाने नहीं दिया। हमने भी कुंभ जैसे बड़े आयोजन किए, लेकिन ऐसी चीजें नहीं हुईं।
सीएम योगी ने हाथरस हादसे पर आगे बताया कि इस घटना की न्यायिक जांच होगी। योगी ने कहा कि जो भी इस घटना का दोषी होगा, उसपर कार्रवाई होगी। इसके अलावा योगी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के लिए पहले से एसओपी लागू की जाएगी जिससे दोबारा ऐसी घटना न हो। योगी ने कहा कि मौके पुलिस प्रशासन मौजूद है। ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। सीएम योगी ने आगे कहा कि एडीजी आगरा की अध्यक्षता में यह जांच होगी। योगी ने कहा कि कल से 3 मंत्री यहां कैंप कर रहे हैं।
हाथरस के अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात करने के बाद सीएम योगी आदित्यानाथ ने मीडिया को संबोधित किया। योगी ने बताया कि हाथरस के सत्संग में 16 जनपदों के 121 श्रद्धालु हादसे का शिकार हुए हैं। 121 में 6 अन्य राज्य एमपी और राजस्थान से एक-एक और हरियाणा से चार शामिल हैं।
हाथरस हादसे में प्रशासन की पहली रिपोर्ट सामने आई। इसमें कहा गया है कि हादसा भोले बाबा के चरण रज लेने की वजह से हुआ। बाबा के सेवादारों ने लोगों से धक्का-मुक्की की। इससे भगदड़ मच गई।
मंगलवार देर रात हादसे में 22 लोगों के खिलाफ सिकंदराराऊ थाने के दरोगा ने FIR दर्ज कराई। इसमें मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर का नाम है। बाकी सब अज्ञात हैं। चौंकाने वाली बात है कि इसमें मुख्य आरोपी नारायण हरि साकार उर्फ भोले बाबा(‘Bhole Baba’)का नाम ही नहीं है। हादसे के बाद से बाबा अंडरग्राउंड हो गया। पुलिस रातभर उसकी तलाश में छापेमारी करती रही। मैनपुरी में बाबा के आश्रम में पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। मैनपुरी में आश्रम के बाहर पुलिस तैनात है।
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा(‘Bhole Baba’) ने सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह के जरिए एक लेटर जारी किया है। बाबा ने लिखा, हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रभु से प्रार्थना करते हैं। जब समागम में भगदड़ हुई, उस वक्त मैं वहां नहीं था। पहले ही निकल चुका था।
समागम और सत्संग के बाद अराजकतत्वों ने जिस तरह का काम किया है, उन पर कानूनी एक्शन के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील एपी सिंह को आधिकारिक तौर पर अधिकृत किया है।
हाथरस हादसे पर राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि नारायण हरि साकार जो भी हो। उसने एक गैरकानूनी गतिविधि की है। मुझे लगता है कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। तत्काल ही गिरफ्तार किया जाना चाहिए। साथ ही पता लगाया जाए कि आखिर ये सब किसके कहने पर हो रहा था। इसके पीछे की क्या योजना थी।
#WATCH | On the Hathras stampede incident, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says “Some people have the tendency to politicise such sad and painful incidents. These people have the nature of ‘chori bhi aur seenazori bhi’. Everyone knows with whom the gentleman’s (preacher) photos… pic.twitter.com/gNCHNJdpNz
— ANI (@ANI) July 3, 2024