उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) की एक रिक्त हुई विधान परिषद की सीट के लिए नामांकन करने वाले भाजपा प्रत्याशी बहोरन लाल मौर्य( Bahoran Lal Maurya ) निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। निर्वाचन अधिकारी ने विधान परिषद सदस्य निर्वाचन का प्रमाण पत्र जारी कर दिया है।
विधानसभा सदस्यों की संख्या के हिसाब से इस सीट पर भाजपा की जीत पहले से तय थी, इस कारण मुख्य विपक्षी दल सपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। शुक्रवार को नाम वापसी का समय समाप्त होने के बाद भाजपा प्रत्याशी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया।सपा में रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद विधान परिषद में एक सीट खाली हुई थी जिसके लिए भाजपा ने बहोरन लाल मौर्य ( Bahoran Lal Maurya ) को प्रत्याशी बनाया था।
बहोरन लाल मौर्य ( Bahoran Lal Maurya ) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा के बड़े नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा में सामान्य कार्यकर्ताओं का महत्व है। मैं खुश हूं कि मुझे उम्मीदवार बनाया गया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा के साथ ही इस वर्ष 20 फरवरी को विधान परिषद की सदस्यता से त्यागपत्र दिया था। उनका कार्यकाल छह जुलाई, 2028 तक था। इस रिक्त सीट के उपचुनाव के लिए दो जुलाई को नामांकन के अंतिम दिन भाजपा ने बरेली की भोजीपुरा के पूर्व विधायक बहोरन लाल मौर्य को पर्चा भरवाया था।
अब विधान परिषद में भाजपा के 79 सदस्य हो गए हैं। सपा के 10 सदस्य हैं। अपना दल (सोनेलाल), निषाद पार्टी, रालोद, सुभासपा, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक, शिक्षक दल (गैर राजनीतिक) के एक-एक सदस्य हैं।
निर्दलीय समूह व निर्दलीय दोनों के दो-दो सदस्य हैं। परिषद में एक सीट रिक्त है। यह सीट सांसद बने जितिन प्रसाद के त्यागपत्र देने से रिक्त हुई है। यह मनोनीत कोटे की है ऐसे में इस सीट पर चुनाव कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनका कार्यकाल 26 सितंबर 2027 तक था।