बहुजन समाज पार्टी ( BSP) सुप्रीमो मायावती ( Mayawati ) ने हाथरस हादसे में 121 लोगों की मौत का कारण बने स्वयंभू ‘भोले बाबा’ (‘Bhole Baba’) पर सरकार की चुप्पी को आड़े हाथों लिया है कहा है कि इसके लिए सूरज पाल उर्फ भोले बाबा को ही मुख्य रुप से जिम्मेदार है। उन्होंने बाबा को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग करते हुए सरकार को सलाह भी दी है कि बाबा की गिरफ्तारी को राजनीति स्वार्थ के लिए नहीं टाला जाना चाहिए। उन्होंने भोले बाबा के साथ ही ऐसे सभी बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है, जो गरीब और भोली जनता को धर्म के नाम पर बेवकूफ बनाते हैं।
बसपा ( BSP) सुप्रीमों मायावती ( Mayawati )ने दलित, पिछड़े और गरीब लोगों को भी ऐसे पाखंड से दूर रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि भोले बाबा जैसे अनेकों बाबाओं द्वारा अंधविश्वास व पाखंडवाद फैलाने से गरीब लोग बहकावे में आकर अपनी जान गंवा दे रहे है। उन्होंने दलितों और गरीबों को सलाह देते हुए कहा कि बाबाओं के बहकावे में आने से उनका दुख व पीड़ा दूर नहीं हो सकता है। दलितों और गरीबों को अपनी तकदीर बदलने के लिए डॉ. भीमराव आंबेडकर के बताए रास्तों पर चलना होगा। उन्होंने लोगों को बसपा के अभियान के साथ जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि बसपा जुड़कर ही लोग हाथरस जैसे कांड से बच सकते हैं।
बता दें कि सार्वजनिक तौर पर भोले बाबा के गिरफ्तारी की मांग करने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती ( Mayawati )पहली नेता हैं। हाथरस का तो सभी नेताओं ने दौरा किया, लेकिन किसी नेता ने सियासी नफा-नुकसान के डर से भोले को गिरफ्तार करने की मांग से बचते रहे हैं। ऐसे में बसपा सुप्रीमो की ओर से उठाए गए इस मांग के सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं। मायावती ने शनिवार को एक्स पर जारी बयान में कहा कि इस मामले में सरकार को अपना राजनैतिक स्वार्थ नहीं देखना चाहिए। ऐसे बाबाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गंवानी पडे़।
इधर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भोले बाबा पर अभी तक कोई हमला नहीं किया है। सीएम योगी हाथरस में हादसे के पीडि़तों से मिलने पहुंचे थे, तभी भी उन्होंने भोले बाबा पर सीधा हमला नहीं किया था। हाथरस हादसे पर यूपी पुलिस की एफआईआर में भी भोले बाबा का नाम नहीं है। भोले बाबा के विरुद्ध एफआईआर नहीं होने के प्रश्न पर सीएम योगी ने कहा कि प्रथम दृष्टया एफआईआर उन पर होती है जिन्होंने कार्यक्रम की परमिशन मांगी थी।इसके बाद इसका दायरा बढ़ता है. निश्चित रूप से जो लोग भी इस घटना के जिम्मेदार होंगे, वो सभी इसके दायरे में आएंगे।

3. हाथरस काण्ड में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी। इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2024
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