रेलवे टेंडर जारी करने में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ( CBI ) ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने इस मामले में गुंतकल डिविजन (आंध्र प्रदेश) के मंडल रेलवे प्रबंधक (डीआरएम), वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक (वरिष्ठ डीएफएम), तत्कालीन वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (वरिष्ठ डीईएन) समन्वय को गिरफ्तार किया है।
टेंडर में अनियमितता के मामले में गुंतकल मंडल के डीआरएम विनीत सिंह के अलावा, जांच एजेंसी ने वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक (डीएफएम) कुंडा प्रदीप बाबू, वरिष्ठ मंडल अभियंता (डीईएन) समन्वय यू अक्की रेड्डी, कार्यालय अधीक्षक एम बालाजी और लेखा सहायक डी लक्ष्मी पाथी राजू को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में सीबीआई ( CBI ) की तरफ से बेंगलुरू में मौजूद कंपनी सी. एन. आर. प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कुप्पम रमेशकुमार रेड्डी और हैदराबाद के रहने वाले बिचौलिए एन. रहमतुल्ला को भी हिरासत में लिया है। बता दें कि सीबीआई ने जांच के लिए गुंतकल, अनंतपुर, नेल्लोर, तिरुपति, हैदराबाद, सिकंदराबाद और बेंगलुरु में तलाशी ली, जिसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए, फिलहाल मामले में अभी भी जांच जारी है।
जांच एजेंसी सीबीआई ( CBI ) ने इस मामले में पांच सरकारी अधिकारियों समेत 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। रेलवे के अधिकारियों पर घूस लेकर कुछ निजी कंपनियों को रेलवे के ठेके देने का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि ये सभी कई टेंडर देने, अन्य कामों के बदले और बिलों के जल्द प्रोसेस करने में कथित रूप से अनुचित लाभ लिया था। सीबीआई के प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया गया है कि गुंतकल मंडल रेलवे के अधिकारियों ने मोटी रकम लेकर इन ठेकेदारों की न सिर्फ ठेके लेने में, बल्कि उसके बाद हुए काम के बिल पास करने में भी अनुचित मदद की और इससे सरकारी खजाने को गलत नुकसान हुआ।
उन्होंने कहा कि यह भी आरोप लगाया गया है कि डीआरएम विनीत सिंह ने सोने के आभूषणों के रूप में कुल टेंडर राशि के 0.5 प्रतिशत की दर से अवैध रिश्वत मांगी, उन्होंने कहा कि तत्कालीन वरिष्ठ डीईएन समन्वय ने कथित रूप से 20 लाख रुपये की मांग की। आरोपी निजी व्यक्ति ने लोकसभा चुनाव के बाद गुंतकल डिवीजन के वरिष्ठ डीएफएम और अतिरिक्त डीआरएम को 10-10 लाख रुपये देने की योजना बनाई थी। वहीं एफआईआर में कहा गया है कि कुप्पम रमेशकुमार रेड्डी ने कथित तौर पर एम. भीमा शंकर से कहा था, जो बेंगलुरु की एक अन्य कंपनी एमवीवी सत्यनारायण का प्रतिनिधित्व करते थे, कि वे डीईएन यू अक्की रेड्डी को कम से कम 10 लाख रुपये दें, जो कथित तौर पर उनके काम में बाधा डालने की धमकी दे रहे थे। यह भी आरोप लगाया गया था कि गिरफ्तार अकाउंट असिस्टेंट राजू ने कुप्पम रमेशकुमार रेड्डी से टेंडर के लिए कुंडा प्रदीप बाबू को तत्काल रिश्वत देने के लिए कहा था।
The Central Bureau of Investigation (CBI) has arrested seven accused including five Public Servants namely the Divisional Railway Manager(DRM), Sr. Divisional Finance Manager (Sr. DFM), then Sr. Divisional Engineer (Sr. DEN) Coordination, Office Superintendent, Account Assistant…