माइक्रोसॉफ्ट( Microsoft )के ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज-10 का इस्तेमाल करने वाले टर्मिनलों में ब्लू स्क्रीन आने की वजह से शुक्रवार को दुनिया एक तरह से ठहर सी गई। इस कारण कई देशों में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, बैंकों एवं अस्पतालों की प्रणालियां ऑफलाइन हो गईं एवं मीडिया प्रतिष्ठानों का कामकाज रुक गया। इस आउटेज की वजह से दुनियाभर की कंपनियां और सेवाएं प्रभावित हुईं हैं।
इससे शुक्रवार (19 जुलाई) को सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक, करीब 15 घंटों तक माइक्रोसॉफ्ट( Microsoft ) के ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले दुनियाभर के 95% कंप्यूटर ठप पड़ गए।
साइबर सुरक्षा कंपनी ‘क्राउडस्ट्राइक’ ने कहा कि यह साइबर हमला नहीं है। ‘क्राउडस्ट्राइक’ के सीईओ जॉर्ज कर्ट्ज ने कहा कि समस्या की पहचान कर ली गई है। इसने विंडोज आधारित कंप्यूटर प्रभावित किये हैं।
माइक्रोसॉफ्ट ( Microsoft )के सॉफ्टवेयर में शुक्रवार (19 जुलाई) सुबह खराबी आने के बाद दुनियाभर में फ्लाइट ऑपरेशन गड़बड़ा गए हैं। सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी से दुनियाभर के एयरपोर्ट्स पर चेक इन सिस्टम और इन्फॉर्मेशन डिस्प्ले बंद हो गए। इससे फ्लाइट्स के लिए चेक इन और टिकट बुकिंग सर्विसेज ठप हो गईं।

भारत समेत अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और इंग्लैंड में एयरलाइंस, ATM, बैंकिंग और कॉर्पोरेट कंपनियों के कामकाज पर बुरा असर पड़ा है। ब्रिटेन में तो टेलीविजन का प्रसारण ठप हो गया।
भारत के जनजीवन पर भी इसका व्यापक असर हुआ। इसकी वजह से जहां दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु समेत कई शहरों में 200 से ज्यादा उड़ान सेवाओं के बाधित होने से यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। वहीं, शेयर बाजार से जुड़ी ब्रोकर एजेंसियों का कामकाज भी प्रभावित हुआ है, जिसकी वजह से शेयर कारोबार को लेकर दिक्कतें पैदा हुईं।
शुक्रवार सुबह से ही दिल्ली व कुछ दूसरे शहरों में स्थित हवाई अड्डों पर संचालित कंप्यूटरों का कामकाज प्रभावित होने की सूचना सामने आने लगी थी। माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से बताया गया कि यह समस्या एक थर्ड पार्टी कंपनी क्राउड स्ट्राइक (साइबर सिक्यूरिटी देने वाली सॉफ्टवेयर कंपनी) की वजह से पैदा हुई।
क्राउड स्ट्राइक ने विंडोज-10 को साइबर हमले से ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए एक सिस्टम अपग्रेड किया था, लेकिन इसका तकनीकी तालमेल नहीं बैठ पाया और एक के बाद एक करोड़ों कंप्यूटरों के स्क्रीन नीले (ब्लू स्क्रीन) हो गए। समस्या सामने आने के तुरंत बाद अमेरिका व दूसरे देशों में आपातकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई।
क्राउडस्ट्राइक माइक्रोसॉफ्ट(CrowdStrike- Microsoft )के विंडोज बेस्ड कंप्यूटर्स को सिक्योरिटी मुहैया कराता है। माइक्रोसॉफ्ट की दो मेजर सर्विस एज्योर और ऑफिस 365 पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा है। जो कंपनियां और लोग इनका इस्तेमाल करते हैं, उनकी सर्विसेस ठप हो गई हैं।
दोनों ही प्लेटफॉर्म्स का उपयोग एयरलाइन, शॉपिंग मॉल्स, बैंकिंग, टिकिट बुकिंग जैसी कई तकनीकी सर्विसेस में किया जाता है। इस वजह से दुनियाभर के लाखों लोगों को इससे परेशानी हो रही है।
भारत में 39 उड़ानें रद्द कर दी गईं। कई उड़ानों के संचालन में देरी हुई, क्योंकि यात्रियों को हाथ से लिखकर ‘बोर्डिंग पास’ और सामान पर लगाने वाले टैग जारी किए गए। गोवा के दो हवाई अड्डे से इंडिगो एयरलाइन की पांच उड़ानें रद्द कर दी गईं। छत्तीसगढ़ में इंडिगो एयरलाइंस की नौ उड़ानें रद्द कर दी गई।
US stocks extended their slump as lingering chaos related to a global technical outage caused by a software glitch added uncertainty to an already-anxious market https://t.co/ScGmcqsEDX pic.twitter.com/5BQzVPnJLR
— Reuters (@Reuters) July 20, 2024