अमेरिका (America ) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ( Jake Sullivan) ने कहा कि इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं है कि भारत रूस के साथ अपने सैन्य और प्रौद्योगिकी संबंधों को गहरा कर रहा है। उन्होंने कहा, यह जरूरी नहीं कि भविष्य में आने संकंटों में मॉस्को भारत का महान और विश्वसनीय दोस्त बना रहेगा। सुलिवन कोलाराडो में एस्पेन सिक्योरिटी फोरम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया मुलाकात के बारे में सवाल किया गया।
सुलिवन ( Jake Sullivan)ने कहा, भारत का रूस के साथ ऐतिहासिक संबंध हैं और वह इसे इतनी जल्दी तोड़ने वाले नहीं हैं। लेकिन मैं यह भी कह सकता हूं कि रूस चीन के करीब होता जा रहा है। वह चीन का एक जूनियर साझेदार बनता जा रहा है।रूस भविष्य में किसी भी संकट में भारत के लिए एक महान और विश्वसनीय मित्र नहीं साबित होने वाला है।
सुलिवन ( Jake Sullivan)ने कहा यह कुछ ऐसा है, जिसे हम भारत के साथ अपनी रणनीतिक बातचीत के दौरान ध्यान में रखते हैं।’ रूस के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंध मजबूत बने हुए हैं। चीन के साथ 2020 सीमा संघर्ष और अमेरिका के साथ बढ़ती साझेदारी के बावजूद भारत ने यूक्रेन संघर्ष को लेकर तटस्थ रुख बनाए रखा है।
अमेरिकी एनएसए से पूछा गया कि जब प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति पुतिन से मिले तो आप कितने चिंतित थे, जबकि उसी समय राष्ट्रपति जो बाइडन वॉशिंगटन में नाटो के नेताओं की मेजबानी कर रहे थे? मोदी के पुतिन से गले मिलने को लेकर भी सवाल किया गया। इस पर सुलिवन ने कहा, मोदी का वैश्विक नेताओं का अभिवादन करने का एक निश्चित तरीका है। मैंने इसे बहुत करीब से और व्यक्तिगत रूप से देखा है।
सुलिवन ( Jake Sullivan)ने कहा कि अमेरिका में एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश के आरोपों के बारे में भारत के साथ बातचीत सम्मानजनक और प्रभावी रही है। हमने स्पष्ट कर दिया है कि हम इस पर क्या रुख रखते हैं। उन्होंने कहा, भारत ने आरोपों से इनकार किया है, लेकिन इसकी जांच के लिए एक आंतरिक जांच दल का गठन किया गया है।