मुंबई ( Mumbai) में नौसेना डॉकयार्ड में आईएनएस ब्रह्मपुत्र ( INS Brahmaputra)में आग लगने की घटना के दौरान लापता हुए लीडिंग सीमैन सितेंद्र सिंह का शव बुधवार को गहन गोताखोरी अभियान के बाद बरामद किया गया। बता दें कि आईएनएस ब्रह्मपुत्र की मरम्मत के दौरान 21 जुलाई को अचानक आग लग गई थी। जिसके बाद नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई और बंदरगाह में मौजूद अन्य जहाजों के अग्निशमन कर्मियों की सहायता से जहाज के चालक दल ने 22 जुलाई की सुबह तक आग पर काबू पाया था।
भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस ब्रह्मपुत्र ( INS Brahmaputra)में आग लगने से राजस्थान ( Rajasthan ) के झुंझुनूं ( Jhunjhunu ) के डांगर गांव निवासी 24 वर्षीय जवान सत्येंद्र सिंह सांखला शहीद हो गया। मुम्बई के नेवी डॉकयार्ड पर मेंटेनेंस के दौरान रविवार को युद्धपोत में आग लगी। इसके अगले दिन नेवी के अधिकारियों को दुर्घटना में सत्येंद्र के लापता होने की सूचना मिली। इस पर नेवी के गोताखोरों ने जवान सत्येंद्र की तलाश शुरू की। करीब 60 घंटे बाद बुधवार तड़के तीन बजे सत्येंद्र के शव को समुद्र से निकाला गया। जवान सत्येन्द्र का गुरुवार को पैतृक गांव डांगर में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मुंबई में आईएनएस ब्रह्मपुत्र ( INS Brahmaputra)में मरम्मत कार्य किया जा रहा था। संभवतया वेल्डिंग के कारण जहाज में भीषण आग लग गई थी। इसके बाद जहाज एक तरफ झुक गया था। जहाज पर लगी आग को 16 घंटे बाद काबू पाया जा सका। हादसे के समय आईएनएस ब्रह्मपुत्र पर करीब 300 अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। हादसे में केवल सत्येंद्र सिंह सांखला के शहीद होने की सूचना है।
जवान सत्येंद्र सिंह 2018 में नेवी में नाविक के पद पर भर्ती हुआ था। परिजन ने बताया कि सत्येंद्र सिंह करीब तीन महीने पहले मार्च में परिवार में मौत होने के कारण गांव आकर गया था। वह काफी मिलनसार-व हंसमुख था। सत्येंद्र की शादी नहीं हुई है।

मुंबई में आईएनएस ( INS Brahmaputra)ब्रह्मपुत्र में मरम्मत कार्य किया जा रहा था। संभवतया वेल्डिंग के कारण जहाज में भीषण आग लग गई थी। इसके बाद जहाज एक तरफ झुक गया था। जहाज पर लगी आग को 16 घंटे बाद काबू पाया जा सका। हादसे के समय आईएनएस ब्रह्मपुत्र पर करीब 300 अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। हादसे में केवल सत्येंद्र सिंह सांखला के शहीद होने की सूचना है।