महाराष्ट्र के वरिष्ठ भाजपा नेता हरिभाऊ किसनराव बागड़े( Haribhau Kisanrao Bagde ) ने बुधवार को राजस्थान ( Rajasthan ) के 45वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। राजभवन में हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एमएम श्रीवास्तव ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।बागड़े ने हिन्दी में ईश्वर के नाम पर की शपथ ली।
शपथ लेने के बाद राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े को राजभवन में गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा, केन्द्रीय मंत्रीगण, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली तथा अन्य जन प्रतिनिधिगण, न्यायाधीशगण, प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारीगण सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ( Haribhau Kisanrao Bagde )ने राज्यपाल बनाने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। राज्यपाल ने कहा कि मैं वीर शिवाजी की भूमि से यहां आया हूं। मुझे राजस्थान की वीर भूमि पर मुझे काम करने का मौका मिला। यह मेरा सौभाग्य है।उन्होंने कहा- राज्यपाल एक संवैधानिक पद है। उसकी एक गरिमा और मर्यादा है। इसे मैं पूरी तरह से निभाऊंगा।
हरिभाऊ किशनराव बागड़े ( Haribhau Kisanrao Bagde )का जन्म महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के फुलंबरी कस्बे के एक मराठा परिवार में हुआ था। हरिभाऊ किसनराव बागड़े अपने राजनीतिक सफर में पिछले 50 साल से सक्रिय है। ये लगातार 20 साल तक विधायक रहे हैं। इतना ही नहीं दो बार मंत्री और एक बार महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

बता दें कि कुछ साल तक संगठन में सक्रिय रहने के बाद वर्ष 1985 में औरंगाबाद पूर्व विधानसभा सीट से हरिभाऊ किसनराव बागड़े पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2014 में जब महाराष्ट्र में पहली बार भाजपा की सरकार बनी थी। तब बागड़े को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया था। 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कल्याण काले को शिकस्त दी थी।
राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े ( Haribhau Kisanrao Bagde )ने शपथ के बाद अपनी पहली प्रेसवार्ता में बागड़े ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को जल्द प्राप्त करने के लिए कृषि और सहकारिता को केन्द्र में रखकर कार्य करना उनकी प्राथमिकता है। पत्रकारों के सवालों पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों ओर शिक्षा के क्षेत्र में गलत काम करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। कुलाधिपति के रूप में प्रयास रहेगा कि राजस्थान के विश्वविद्यालय पूरे देश में और विश्व में रैंकिंग में आगे रहे। एक सवाल पर बागड़े ने कहा कि सोच बदल कर ही सहकारिता को आगे बढ़ाया जा सकता है। चाहे अपनी जेब से सहकारिता में कुछ मत दो, लेकिन सहकारिता से भी अपनी जेब में कुछ मत डालो। यह सोच बनी तो सहकारिता आगे बढ़ेगी।
इससे पहले हरीभाऊ किसनराव बागड़े जयपुर के गोविंददेवजी मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने भगवान के दर्शन कर विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। गोविंददेवजी मंदिर पहुंचने पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने उनकी अगवानी की और गोविंददेवजी की तस्वीर भेंट की।