केरल( Kerala ) के वायनाड ( Wayanad ) में मंगलवार को हुए भूस्खलन (Landslide) ने तबाही मचा दी। अब तक इस भूस्खलन के कारण मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 308 पर पहुंच चुका है। अभी करीब 250 लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत एवं बचाव कर्मी फिलहाल मलबे में जीवित बचे लोगों और शवों को तलाशने में जुटे हैं, जिससे यह संख्या और बढ़ सकती है।
भूस्खलन (Landslide)के कारण मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में भारी तबाही हुई है। प्रशासन के लिए अभी अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है कि कुल कितने लोग प्रभावित हुए हैं। मुंडक्कई में बचाव दल के एक सदस्य ने कहा, हम एक इमारत की छत पर खड़े थे। नीचे से आ रही बदबू से लगा कि वहां शव दबे हैं। इमारत पूरी तरह कीचड़ और उखड़े पेड़ों से दबी है।
वायनाड के भूस्खलन (Landslide)प्रभावित चूरलमाला में खोज और बचाव अभियान जारी है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के अनुसार, वर्तमान में मरने वालों की संख्या 308 है। केरल के एडीजीपी (कानून व्यवस्था) एम. आर. अजीत कुमार ने वायनाड भूस्खलन पर कहा, “भारतीय सेना, वायुसेना, स्थानीय पुलिस, विशेष अभियान समूह, अग्निशमन बल, एनडीआरएफ की संयुक्त टीम यहां काम कर रही है। आज भारी मशीनरी के साथ हम ज्यादा से ज्यादा इलाकों में तलाशी कर पाएंगे। दूसरे राज्यों के भी काफी लोग हैं, हर विभाग डेटा इकट्ठा कर रहा है और पता लगा रहा है कि कितने लोग लापता हैं। हमने अब तक 200 से ज्यादा शव और उनके अंग बरामद किए हैं। जब तक पूरे क्षेत्र की गहन तलाशी नहीं हो जाती, हम तलाशी नहीं रोकेंगे।”
40 टीमें भूस्खलन (Landslide) से प्रभावित छह क्षेत्रों अट्टामाला और अरनमाला, मुंडक्कई, पुंचिरीमट्टम, वेल्लारीमाला गांव, जीवीएचएसएस वेल्लारीमाला और नदी तट पर तलाशी अभियान चलाएंगी। इन टीमों में सेना, एनडीआरएफ, डीएसजी, तटरक्षक बल, नौसेना और एमईजी के साथ तीन स्थानीय लोग और एक वन विभाग का कर्मचारी शामिल है। चालियार नदी पर तीन खोज अभियान शुरू किया जाएगा। इसके अलावा पुलिस हेलीकॉप्टर का उपयोग करके एक और तलाशी अभियान चलाया जाएगा। राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने बताया कि मलबे में दबे शवों का पता लगाने के लिए दिल्ली से एक ड्रोन-आधारित रडार शनिवार को आएगा। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल तलाशी अभियान में छह कुत्तों को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा चार अन्य कुत्तों को तमिलनाडु से वायनाड भेजा जाएगा।
