प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) ने शनिवार को केरल( Kerala ) के भूस्खलन प्रभावित जिले वायनाड ( Wayanad ) का दौरा किया। इस दौरान अस्पताल और राहत शिविरों में पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन पीड़ितों से बात की और उनका दर्द जाना। उन्होंने पीड़ितों से वादा किया कि केंद्र सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी। राहत और पुर्नवास के लिए काम किए जाएंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने वायनाड के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक भी की। उन्होंने कहा कि केरल सरकार के साथ केंद्र सरकार खड़ी हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह कन्नूर एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के जरिये वायनाड ( Wayanad ) पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वायनाड के भूस्खलन प्रभावित पुंचीरीमत्तम, मुंडक्कई और चूरलमाला का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उनका हेलीकॉप्टर कलपेट्टा के एसकेएमजे जूनियर हाई स्कूल में उतरा। यहां से प्रधानमंत्री कार से चूरलमाला गए। यहां उन्होंने आपदा के बाद सेना द्वारा बनाए गए 190 फुट लंबे बेली ब्रिज को देखा। नुकसान का जायजा लेने के लिए पीएम काफी दूर तक पुल पर पैदल भी चले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहत शिविर में पहुंचकर आपदा से प्रभावित लोगों से बात भी की। इस आपदा में 200 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। जबकि 130 लोग अभी भी लापता हैं। प्रधानमंत्री ने पीड़ितों की चिंताओं और जरूरतों को सुना। साथ ही सांत्वना दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पीड़ितों के सिर पर हाथ फेरा तो पीड़ित भावुक हो गए और रोने लगे। पीड़ितों ने प्रधानमंत्री को अपनी पीड़ा बताई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया।
पीएम मोदी मेडिकल कॉलेज भी गए। जहां भूस्खलन में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कुछ लोगों से मुलाकात की और उन्हें सभी अपेक्षित मदद का आश्वासन दिया। यहां उन्होंने एक बच्ची को दुलारा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड ( Wayanad ) जिला प्रशासन और राज्य सरकार के साथ समीक्षा बैठक की। प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास प्रयासों में हर संभव मदद करेगा। उन्होंने कहा कि भूस्खलन ने कई परिवारों के सपने तोड़ दिए हैं। केंद्र उन लोगों के साथ खड़ा है। जिन्होंने इस आपदा में अपनों को खोया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब घटना हुई तो सुबह मैंने सीएम पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि हम सहायता प्रदान करेंगे। जितनी जल्दी हो सके घटनास्थल पर पहुंचने का प्रयास करेंगे। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस , डॉक्टर और सभी ने पीड़ितों की जल्द से जल्द मदद करने की कोशिश की। मैं मृतकों के परिवारों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे अकेले नहीं हैं। हम सभी उनके साथ खड़े हैं। केंद्र सरकार केरल सरकार के साथ खड़ी है। हम सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी काम बजट की कमी के कारण रुके नहीं।बैठक में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी उपस्थित थे।
वायनाड में 29 जुलाई की रात करीब 2 बजे और 4 बजे के बीच मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में लैंडस्लाइड हुए थे। 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
138 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। 9 दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद 8 अगस्त को सेना वायनाड से वापस लौट गई है। अभी NDRF रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
സാധ്യമായ എല്ലാ പിന്തുണയും തുടർന്നും നൽകുമെന്ന് ഏവർക്കും, പ്രത്യേകിച്ച് ദുരിതബാധിതർക്ക്, ഞാൻ ഉറപ്പ് നൽകുന്നു. വെല്ലുവിളി നിറഞ്ഞ ഈ വേളയിൽ നാമേവരും കേരളത്തിലെ ജനങ്ങൾക്കൊപ്പമാണു നിലകൊള്ളുന്നത്. pic.twitter.com/y0MdVGt1gF
— Narendra Modi (@narendramodi) August 10, 2024